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वैष्णो देवी रोपवे प्रोजेक्ट के खिलाफ तेज हुआ विरोध, कटरा में बंद का ऐलान, जानें इसके पीछे की पूरी कहानी

Vaishno Devi Ropeway Project: वैष्णो देवी रोपवे परियोजना के विरोध में कटरा बंद का ऐलान किया गया है। यह परियोजना वैष्णो देवी मंदिर तक पहुंचने के लिए रोपवे का निर्माण करने के लिए है।

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Vaishno Devi Ropeway Project: वैष्णो देवी रोपवे प्रोजेक्ट के खिलाफ तेज विरोध प्रदर्शन तेज होता जा रहा है। माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति ने बुधवार को कटरा बंद का ऐलान किया है। समिति ताराकोट रोपवे परियोजना के विरोध सुबह 11 बजे होटल, गेस्ट हाउस, टैक्सी, ऑटो चालकों सहित सभी दुकानदार शालीमार पार्क में ​एक मीटिंग करेंगे। इस मीटिंग में आगे की रणनीति तय की जाएगी। माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि इस विरोध प्रदर्शन को कांग्रेस और पीडीपी से भी समर्थन मिलेगा।

12 किलोमीटर के मार्ग पर 250 करोड़ की योजना

आपको बता दें कि श्रीमाता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने ताराकोट मार्ग से सांझी छत के बीच 12 किलोमीटर के मार्ग पर यात्री रोपवे परियोजना को मंजूरी दे दी है। इस प्रोजेक्ट पर करीब 250 करोड़ रुपए खर्च ​किए जाएंगे। इस यात्रा मार्ग के दुकानदार, पिट्ठू और पालकीवालों के साथ स्थानीय लोग इस परियोजना का लगातार विरोध कर रहे हैं। इन सभी को अपनी आजीविका खत्म होने का डर सता रहा है।

रोपवे शुरू होने से रोजी-रोटी का खतरा

यात्री रोपवे परियोजना का विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि रोपवे कटरा के बाजार को बायपास कर देगा। इससे तीर्थयात्रियों पर आश्रित हजारों दुकानदारों की आजीविका खत्म हो जाएगी। रोपवे के चालू हो जाने से श्री माता वैष्णो देवी की पारंपरिक यात्रा का मार्ग बंद हो जाएगा। उनका कहना है कि इसके शुरू होने बाद उनकी रोजी-रोटी पर खतरा मंडराएगा।

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बीते दिनों प्रदर्शन के दौरान पुलिस से हुई थी झड़प

इस परियोजना को लेकर पहले दिन से विरोध हो रहा है। बीते दिनों 15 दिसंबर को बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने कटरा के मुख्य बाजार में मार्च निकाला था। इस दौरान रोपवे परियोजना की स्थापना के लिए मंदिर बोर्ड के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी रोपवे परियोजना को लेकर पिछले महीने पुलिस के साथ झड़प के बाद कुछ व्याक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया था, उनकी रिहाई की मांग की जा रही है।

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भूख हड़ताल की दी चेतावनी

नवंबर में तब विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था जब दुकानदारों, मजदूरों और पिट्ठू तथा पालकी संचालकों ने रोपवे परियोजना को आगे बढ़ाने के मंदिर बोर्ड के फैसले के खिलाफ मोर्चा खोला था। उस समय चार दिनों तक प्रदर्शन हुआ था। वैष्णो देवी ट्रेक मजदूर यूनियन के अध्यक्ष भूपिंदर सिंह जामवाल ने कभी 18 दिसंबर के बंद का ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि समिति के पांच सदस्य भूख हड़ताल पर बैठेंगे।