आतंकियों ने एक बार फिर से देश को दहलाने की बड़ी साजिश रची लेकिन हर बार की तरह वे असफल हो गए। थोउबल जिले के पुलिस अधीक्षक एच जोगेशचंद्र ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “असम राइफल्स को स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान सरकारी प्रतिष्ठानों और सुरक्षा बलों को विस्फोटकों से निशाना बनाने की साजिश के बारे में शनिवार सुबह सूचना मिली। थोउबल जिला पुलिस और 16 असम राइफल्स की एक संयुक्त टीम यारीपोक बाजार पहुंची, इलाके की घेराबंदी की और तलाशी अभियान शुरू किया। इंफाल पूर्व, इंफाल पश्चिम, काकचिंग और थोउबल जलों में कई स्थानों पर इसी तरह के अभियान चलाए गए।”
अधिकारी ने बताया, “सुरक्षा बलों ने सात उग्रवादियों को गिरफ्तार किया और हथियारों एवं विस्फोटकों के साथ एक नाबालिग को भी पकड़ा गया है। जांच के बाद यह पता चला कि वे घाटी के जिलों में गैर-स्थानीय लोगों को निशाना बना रहे थे। पकड़े गए लोग जून-जुलाई में काकचिंग और एंड्रो हुइकाप में दो गैर-स्थानीय लोगों की हत्या में भी शामिल थे। तलाशी अभियान के दौरान नौ एमएम पिस्तौल, बेरेटा पिस्तौल, 35 कारतूस और हथगोले जब्त किए गए।” पुलिस के बताया कि स्वतंत्रता दिवस समारोह से पहले राज्य के विभिन्न हिस्सों में अभियान चलाया जा रहा है। हर जगह सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी गई है।
इससे पहले आज ही दिल्ली पुलिस की मदद से पंजाब पुलिस ने पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसी आईएसआई (ISI) से संबंधित एक आतंकवादी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था। इस कार्रवाई के दौरान पंजाब पुलिस ने चार आतंकियों को हथियार के साथ गिरफ्तार भी किया। डीजीपी पंजाब ने बताया कि आरोपियों से 3 हथगोले, 1 इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED), दो 9 मिमी पिस्तौल और 40 जिंदा कारतूस बरामद किए गए।
बता दें, स्वतंत्रता दिवस पर आतंकी खलल न डाल सकें, इसके लिए सेना व बीएसएफ ने बॉर्डर पर चौकसी बढ़ा दी है। भले ही पाकिस्तान ने समझौते के तहत सीमा पर गोलाबारी बंद कर रखी है, लेकिन जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद फैलाने के लिए पड़ोसी मुलक लगातार नापाक साजिशें रच रहा है। जानकारी के अनुसार, पाकिस्तानी सेना की मदद से अभी भी बड़ी संख्या में आतंकवादी गुलाम कश्मीर से इस तरफ घुसपैठ करने के लिए मौके तलाश रहे हैं। वहीं, आधुनिक उपकरणों व हथियारों से दुश्मनों का सफाया करने को भारतीय सेना भी पूरी तरह से तैयार बैठी है।