बता दें कि केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के पिछली साल दिसंबर से वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी। तब से नारायण राणे को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के सशस्त्र कमांडो सुरक्षा देते हैं। वहीं अब सुरक्षा कारणों के चलते उनकी सुरक्षा बढ़ाई गई है। अब जेड श्रेणी के तहत राणे की सुरक्षा में देश के किसी भी हिस्से की यात्रा के दौरान छह-सात सशस्त्र कमांडो तैनात रहेंगे।
जानकारी के मुताबिक बीते दिनों हुई उन्होंने कथित रूप से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को तमाचा मारने का बयान दिया था। एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री को लेकर यह टिप्पणी की थी। इसके बाद महाराष्ट्र की सियासत में भूचाल आ गया। इसके बाद महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना के बीच विवाद शुरू हुआ। महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि राणे कि गिरफ्तारी में प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया गया है। पाटिल ने कहा, ‘प्रोटोकॉल के अनुसार, पद के मामले में राष्ट्रपति सबसे ऊपर है। उनके बाद उप राष्ट्रपति और फिर प्रधानमंत्री आते हैं। यहां तक कि रैंकिंग में भी एक कनिष्ठ केंद्रीय कैबिनेट मंत्री को सात (क) और मुख्यमंत्री सात (ख) श्रेणी में रखा जाता है। इसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार भी किया था, हालांकि कुछ ही देर बाद उन्हें जमानत भी मिल गई।