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दिल्ली-हैदराबाद नहीं कोलकाता है सबसे सुरक्षित शहर, देखें शीर्ष 10 सबसे सुरक्षित और असुरक्षित सिटी की सूची

पिछले दो वर्षों में कोलकाता में अपराध दर में भी गिरावट दर्ज की है। कोलकाता में 2022 में अपराध दर 86.5 प्रतिशत और 2021 में 103. 5 प्रतिशत थी। 

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भारत

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Ashib Khan

Oct 05, 2025

कोलकाता सबसे सुरक्षित है (Photo-IANS)

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार कोलकाता को लगातार चौथी बार देश का सबसे सुरक्षित शहर घोषित किया गया है। कोलकाता में 2023 में संज्ञेय अपराधों की सबसे कम दर दर्ज की गई है, जो ब्यूरो द्वारा सर्वेक्षण किए गए 20 लाख से अधिक आबादी वाले 19 भारतीय शहरों में सबसे कम है। दरअसल, यह डेटा अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, कोयंबटूर, दिल्ली, गाजियाबाद, हैदराबाद, इंदौर, जयपुर, कानपुर, कोच्चि, कोलकाता, कोझिकोड, लखनऊ, मुंबई, नागपुर, पटना, पुणे और सूरत जैसे 19 शहरों से लिया गया है।

पिछले दो वर्ष में अपराध दर में आई गिरावट

एनसीआरबी ने कहा कि 2023 में 19 शहरों में संज्ञेय अपराधों की औसत दर 828 प्रति लाख थी। ब्यूरो ने पिछले दो वर्षों में कोलकाता में अपराध दर में भी गिरावट दर्ज की है। कोलकाता में 2022 में अपराध दर 86.5 प्रतिशत और 2021 में 103. 5 प्रतिशत थी।

भारत के सबसे 10 सुरक्षित शहर

शहरप्रति लाख जनसंख्या पर संज्ञेय अपराध
कोलकाता83.9
हैदराबाद332.3
पुणे337.1
मुंबई 355.4
कोयंबटूर409.7
चेन्नई419.8
कानपुर449.1
गाजियाबाद482.6
बेंगलुरु806.2
अहमदाबाद839.3

देश के शीर्ष 10 असुरक्षित शहर

शहरप्रति लाख जनसंख्या पर संज्ञेय अपराध
कोच्चि3192.4
दिल्ली2105.3
सूरत1377.1
जयपुर1276.8
पटना1149.5
इंदौर1111.0
लखनऊ1015.9
नागपुर962.2
कोझिकोड886.4
अहमदाबाद839.3
नोट- अहमदाबाद सुरक्षित/असुरक्षित समूह के बीच की सीमा पर पड़ता है।

राजनीति हुई तेज

बता दें कि NCRB रिपोर्ट में कोलकाता को सबसे सुरक्षित शहर बताने पर राजनीति तेज हो गई है। बीजेपी ने रिपोर्ट पर सवाल उठाया है तो वहीं अब विपक्ष ने भी पटलवार किया है। विपक्ष ने रविवार को पलटवार करते हुए कहा कि एनसीआरबी केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन काम करता है, जिसका नेतृत्व भाजपा नेता अमित शाह करते हैं। विपक्ष ने BJP पर अपनी ही सरकार के आंकड़ों पर संदेह करने का आरोप लगाया।

‘बंगाल जैसी रणनीति अपनानी चाहिए’

बीजेपी के दावों पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा- भाजपा के साथ समस्या यह है कि जिन राज्यों में वे सत्ता में हैं, वहां वे सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रही हैं, खासकर महिलाओं के लिए। महिला सुरक्षा को लेकर हदें पार हो गई हैं, चाहे वह मध्य प्रदेश हो, उत्तर प्रदेश हो या अन्य राज्य। उन्होंने कहा कि भाजपा शासित राज्यों को अपराध दर पर लगाम लगाने के लिए बंगाल जैसी ही रणनीति अपनानी चाहिए।

बंगाल की करनी चाहिए सराहना

उन्होंने आगे कहा- महिलाओं के लिए सुरक्षित होने के लिए पश्चिम बंगाल की सराहना करने के बजाय, वे इस पर सवाल उठा रहे हैं। अगर भाजपा सरकारें बंगाल में अपनाए जा रहे सिद्धांतों पर चलें, तो शायद उनके शहर भी महिलाओं के लिए सुरक्षित हो जाएँगे। पार्टियों को इस मामले में राजनीति से ऊपर उठना चाहिए।