30 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

जगहंसाई के बाद कार्रवाई की मूड में नीतीश सरकार, रोपवे टूटने पर इंजीनियर पर गिरी गाज, अब कंपनी पर तगड़े एक्शन की तैयारी

नीतीश सरकार ने रोतहास रोपवे वाले मामले में सख्त एक्शन लिया है। पथ निर्माण मंत्री दिलीप जायसवाल ने कहा कि मामले से जुड़े इंजीनियरों को सस्पेंड कर दिया गया है और कंपनी को ब्लैकलिस्ट करने की तैयारी चल रही है...

2 min read
Google source verification
Dilip Jaiswal

दिलीप जायसवाल। फोटो- बिहार बीजेपी सोशल साइट

बिहार के रोहतास में निर्माणाधीन रोपवे ट्रायल के दौरान धराशाई हो गया था। इस घटना ने सुल्तानगंज पुल गिरने की याद दिला दी। जिसके बाद नीतीश सरकार की एक बार फिर जग हंसाई हुई। इसके बाद नीतीश सरकार एक्शन मोड में है। बिहार सरकार में पथ निर्माण मंत्री दिलीप जायसवाल ने जांच में दोषी पाए गए इंजीनियरों और ठेकेदार पर कार्रवाई करने की बात कही है।

ट्रायल के दौरान टूटा था रोपवे

मंत्री ने दिलीप जायसवाल ने कहा कि रोपवे ट्रायल के दौरान टूटा था और यह घटना लापरवाही का नतीजा है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हादसे के बाद सरकार ने तत्काल जांच के आदेश दिए थे। जांच रिपोर्ट में संवेदक यानी निर्माण कंपनी के साथ-साथ पथ निर्माण विभाग के इंजीनियरों की गंभीर लापरवाही का खुलासा हुआ। रिपोर्ट में तकनीकी गड़बड़ी और ट्रायल के दौरान सुरक्षा नियमों में चूक की बात सामने आई है।

इंजीनियरों को किया गया सस्पेंड

उन्होंने स्पष्ट कहा कि जांच में दोषी पाए जाने के बाद परियोजना से जुड़े प्रोजेक्ट इंजीनियरों को सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही, जिस निर्माण कंपनी ने रोपवे का काम किया था, उसे ब्लैकलिस्टेड करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई। उन्होंने बताया कि जिस डिज़ाइन से यह बनाया जा रहा था, उसमें भी खामियां रही हैं, जिसके कारण यह स्थिति आई है। उन्होंने बताया कि उसकी भी जांच कराई जा रही है।

मंदिर तक सुगम रास्ते के लिए बनाया जा रहा था

रोहतास में निर्माणाधीन 13 करोड़ रुपए का एक रोपवे ट्रायल के दौरान धराशाई हो गया। इस घटना में रोपवे का पिलर और ट्रॉली अचानक गिर गए। यह रोपवे रोहतास प्रखंड मुख्यालय से ऐतिहासिक चौरासन मंदिर तक के दुर्गम रास्ते को सुगम बनाने के लिए बनाया जा रहा था। इसे नए साल में पर्यटकों के लिए खोलने की प्लानिंग थी। ट्रायल के दौरान रोपवे का पिलर भार सहन नहीं कर सका और ट्रॉली समेत नीचे गिर गया। राहत की बात यह रही कि उस समय ट्रॉली में कोई व्यक्ति सवार नहीं था, जिससे किसी तरह की जनहानि टल गई।