मिजोराम के आइजोल में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 163 करोड़ रुपए की लागत से असम राइफल्स बटालियन मुख्यालय परिसर जोखवासंग के निर्माण का उद्घाटन और स्मार्ट सिटी लिमिटेड के तहत 119.2 करोड़ रुपए की लागत से इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का निर्माण परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
आइजोल से लगभग 15 किमी पूर्व में ज़ोखवासांग में असम राइफल्स मुख्यालय परिसर उन 6 प्रमुख परियोजनाओं में से एक है। म्यांमार के साथ मिजोरम की 510 किमी सीमा की रखवाली असम राइफल्स के जवान अपने दम पर करते हैं। आइजोल में 2 बेस हैं। एक जोडिन में और दूसरा खातला में। ज़ोडिन में बटालियन मुख्यालय को ज़ोखवासंग में स्थानांतरित किया जा रहा है। 1990 के दशक की शुरुआत से ही आइजोल शहर के केंद्र से असम राइफल्स को स्थानांतरित करना मिजो नेशनल फ्रंट की प्रमुख प्रतिबद्धताओं में से एक रहा है। असम राइफल्स को स्थानांतरित करने की मांग पहली बार 1988 में लालडेंगा द्वारा उठाई गई थी। जब केंद्रीय अर्धसैनिक बल ने संघर्ष में सात नागरिकों को मार डाला था।
गृह मंत्री अमित शाह ने इसके अलावा, 781.85 करोड़ रुपए की लागत से जोरिनपुई लोंगमासु के निर्माण की आधारशिला रखी। 329.70 करोड़ रुपए की लागत से आइजोल बाईपास (पैकेज-1), एनएच.6 का निर्माण, 720.72 करोड़ रुपए की लागत से आइजोल बाईपास (पैकेज-3), एनएच.6 का निर्माण और 193 करोड़ रुपए की लागत से लालडेंगा केंद्र का निर्माण किया जाएगा।