
Om Prakash Chautala Death: इनेलो सुप्रीमो और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला का शुक्रवार को निधन हो गया। 89 साल की उम्र में उन्होंने गुरुग्राम में अपने आवास पर अंतिम सांस ली। ओपी चौटाला के निधन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, गृह मंत्री अंतिम शाह, राहुल गांधी, अरविंद्र केजरीवाल सहित कई दिग्गज नेताओं ने दुख जताया है। पूर्व डिप्टी पीएम चौधरी देवी लाल के बेटे ओम प्रकाश चार बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बने, लेकिन सिर्फ एक बार ही पांच साल का कार्यकाल पूरा कर पाए थे।
ओम प्रकाश चौटाला ने अपना राजनीतिक करियर 1968 में शुरू किया था। चौटाला पहला चुनाव अपने पिता देवीलाल की परंपरागत सीट ऐलनाबाद से लड़े। उनको इस चुनाव में हार का मुह देखना पड़ा। उन्होंने चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए हाईकोर्ट तक गए थे। दो साल बाद 1970 में इस सीट पर उपचुनाव जीतकर ओम प्रकाश चौटाला पहली बार विधानसभा गए।
चौटाला दिसंबर 1989 में पहली बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बने थे। सीएम बने रहने के लिए वे पिता की महम सीट से उपचुनाव में मैदान में उतरे। पहली बार वे सिर्फ साढ़े 5 महीने ही सीएम रहे। फिर उनकी जगह बनारसी दास गुप्ता को मुख्यमंत्री की कमान सौंपी गई। थोड़े दिनों बाद ओम प्रकाश चौटाला दड़बा सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे। बनारसी दास को 51 दिन के बाद सीएम पद से हटाया गया। इसके बाद दूसरी बार सीएम बने। वीपी सिंह चाहते थे कि जब तक महम केस चल रहा है ओम प्रकाश सीएम न बनें। इसलिए सिर्फ 5 दिन बाद ही उनको सीएम पद से हटना पड़ा। उनकी जगह मास्टर हुकुम सिंह हरियाणा के सीएम बने।
नवंबर 1990 में राम मंदिर रथयात्रा को लेकर हुए विवाद के बाद वीपी सिंह की सरकार गिर गई थी। चंद्रशेखर पीएम कमान दी गई। देवीलाल ने चार महीने बाद मार्च 1991 को ओम प्रकाश चौटाला को तीसरी बार हरियाणा का सीएम बनाया। इस फैसले से पार्टी के कुछ विधायक नाराज होकर पार्टी छोड़ दी। इसके चलते 15 दिनों में ही सरकार गिर गई और 15 महीने के भीतर चौटाला को तीसरी बार सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
ओपी चौटाला ने 82 साल की उम में कक्षा दस की परीक्षा की पास की थी। चौटाला कार्यकाल के दौरान शिक्षक भर्ती घोटाले में दोषी ठहराए जाने के बाद दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद रहे थे। सजा काटते-काटते उन्होंने जेल में रहकर ही कक्षा 10 की पढ़ाई की और बोर्ड की परीक्षा में पास भी हुए। अप्रैल, 2017 में राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (NIOS) द्वारा आयोजित परीक्षा में 53.40% अंक प्राप्त किए थे।
Updated on:
20 Dec 2024 05:42 pm
Published on:
20 Dec 2024 03:05 pm
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