पीएम मोदी अपने रोम (इटली)-वेटिकन सिटी-ग्लासगो (स्कॉटलैंड) दौरे से आज भारत लौट आए है। भारत लौटे के बाद तुरंत ही उन्होंने आज कोरोना वैक्सीनेशन में तेज़ी लाने के विषय पर एक वर्चुअल समीक्षा मीटिंग की। इस मीटिंग में धीमी वैक्सीनेशन दर वाले राज्यों के जिला अधिकारियों के साथ कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हुए।
PM Modi holds review meeting with districts about COVID-19 vaccination
नई दिल्ली। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने रोम (इटली)-वेटिकन सिटी-ग्लासगो (स्कॉटलैंड) दौरे से आज भारत लौट आए है। पीएम मोदी ने इटली के रोम में आयोजित G20 सम्मेलन में हिस्सा लेकर भारत का प्रतिनिधित्व किया, वेटिकन सिटी में पोप फ्रांसिस से मुलाकात की और स्कॉटलैंड के ग्लासगो में COP26 सम्मेलन में हिस्सा लेकर भारत का प्रतिनिधित्व किया। इस दौरे से आज लौटने के बाद तुरंत ही पीएम मोदी ने ऐसे जिलें जहां पर कोरोना वैक्सीनेशन की दर धीमी है, वहां के जिला अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एक वर्चुअल मीटिंग की।
इस मीटिंग में धीमी वैक्सीनेशन दर वाले राज्यों के जिला अधिकारियों के साथ कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हुए। पीएम मोदी ने इस मीटिंग को संबोधित करते हुए वैक्सीनेशन की दर में तेज़ी लाने के विषय और इसके उपायों के बारे में चर्चा की और सबको कोरोना के प्रति लापरवाही न बरतने को भी कहा। इस मीटिंग में पीएम मोदी ने कोरोना वॉरियर्स, जिला अधिकारियों, आशा वर्कर्स की भी तारीफ की। इस मीटिंग को पीएम मोदी के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर भी स्ट्रीम किया गया।
यह भी पढ़े – पीएम मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन – 10 महत्वपूर्ण पॉइंट्स में समझें क्या बोले पीएम मोदी‘हर घर टीका, घर-घर टीका’ का मंत्र दिया पीएम मोदी ने इस मीटिंग में ‘हर घर टीका, घर-घर टीका’ का मंत्र देने के साथ जिला अधिकारियों को संबोधित किया और कहा कि अब ‘हर घर टीका, घर-घर टीका’ जज़्बे के साथ आपको हर घर पहुंचना है और वैक्सीनेशन की दर बढ़ानी है। पीएम मोदी ने कहा कि हर घर पर दस्तक देते समय वैक्सीन की पहली डोज़ के साथ-साथ सभी को दूसरी डोज़ पर भी उतना ही ध्यान देना है। पीएम मोदी ने कहा कि जब भी संक्रमण के केस कम होने लगते हैं, तो कई बार अरजेंसी की भावना कम हो जाती है। ऐसे में लोगों को लगने लगता है कि इतनी भी क्या जल्दी है, लगा लेंगे। ऐसे में उनकी इस सोच को बदलकर उन्हें वैक्सीन की दोनों डोज़ लगाने के लिए प्रेरित करना है। पीएम मोदी ने बताया कि जब वे भारत में 100 करोड़ वैक्सीन का आंकड़ा पार करने के बाद दिल्ली के अस्पताल में गए थे तो वहां एक सज्जन ने कहा कि उन्होंने इसलिए अब तक वैक्सीन नहीं लगवाई थी क्योंकि उन्हें लगता था कि वह पहलवान है और उन्हें कुछ नहीं होगा। लेकिन जब 100 करोड़ का लक्ष्य पूरा हो गया है, तो अछूत महसूस न करने के लिए उन्होंने भी वैक्सीन लगवा ली।
पीएम मोदी ने इस मीटिंग में पोप फ्रांसिस के साथ अपनी मीटिंग का ज़िक्र करते हुए कहा कि सभी धर्मगुरु वैक्सीनेशन के बहुत हिमायती हैं और इस विषय पर सभी एकमत है। पीएम मोदी ने वैक्सीनेशन के बारे में अफवाह और लोगों में इसको लेकर भ्रम को चुनौती बताया। साथ ही उन्होंने इस विषय पर लोगों को जागरुक करने के लिए और वैक्सीनेशन की दर बढ़ाने के लिए स्थानीय धर्मगुरुओं की भी मदद लेने की सलाह दी। और इस विषय पर उनके वीडियो भी पोस्ट करने को कहा जिससे लोग जागरुक बने।
यह भी पढ़े – पीएम मोदी और पोप फ्रांसिस की मुलाकात का हो सकता है बीजेपी को फायदाजिला अधिकारियों को वैक्सीनेशन की दर बढ़ाने के लिए सुझाए अन्य उपाय पीएम मोदी ने इस मीटिंग में शामिल जिला जिला अधिकारियों को उनके क्षेत्र में वैक्सीनेशन की दर बढ़ाने के लिए उपाय भी सुझाए पीएम मोदी द्वारा सुझाए गए उपाय इस प्रकार हैं।