सुरक्षा में चूका को लेकर उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने भी पीएम मोदी से बात की। नायडू ने इस घटना पर अपनी गहरी चिंता व्यक्त की। उपराष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हुई इस चूक पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि, अपेक्षा है सुरक्षा प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के लिए कठोर कदम उठाए जाएं, ताकि भविष्य में दोबारा इस तरह की चूक ना हो।
यह भी पढ़ेँः PM Security Breach: सुप्रीम कोर्ट पहुंचा प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक का मामला, CM चन्नी ने भी बनाई जांच कमेटी
बीजेपी ने खारिज की सीएम की जांच कमेटी उधर पीएम की सुरक्षा में चूक को लेकर पंजाब सरकार ने जांच के लिए हाई लेवल कमेटी गठित की है। इस कमेटी को तीन दिन में रिपोर्ट देने को कहा गया है। हालांकि पंजाब सरकार की इस कमेटी को बीजेपी ने खारिज कर दिया है। बीजेपी का कहना है कि मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी खुद इस चूक के लिए बड़े जिम्मेदार हैं। लिहाजा उनकी ओर से गठित की हुई कमेटी की रिपोर्ट पर कैसे भरोसा जताया जा सकता है।
इससे पहले इस मामले को सुप्रीम कोर्ट में भी उठाया गया। वरिष्ठ वकील मनिंदर सिंह ने चीफ जस्टिस के सामने इस मामले को रखते हुए घटना पर रिपोर्ट लेने और पंजाब सरकार को दोषियों पर कार्रवाई का निर्देश देने की मांग की। जबकि न्यायालय ने याचिका की कॉपी पंजाब सरकार को सौंपने को कहा।
बता दें कि पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक के मामले को लेकर पंजाब बीजेपी अध्यक्ष अश्वनी शर्मा की अध्यक्षता में एक शिष्टमंडल राज्यपाल से राजभवन में मुलाकात की। दरअसल पंजाब सरकार ने पीएम के काफिले को रोके जाने के प्रदेश सरकार की चूक नहीं माना है।