राज्य सरकार निर्वासित पंजाबियों को अवसर देगी- CM
पंजाब CM भगवंत मान ने कहा, “क्या किसी को वेटिकन सिटी में निर्वासन के उद्देश्य से विमान उतारने की अनुमति दी जाएगी? अमृतसर एक पवित्र शहर है। भाजपा जानबूझकर ऐसे विमानों को यहां उतरने की अनुमति देकर अमृतसर को बदनाम कर रही है।” पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा, “राज्य सरकार निर्वासित पंजाबियों को उनकी क्षमता के अनुसार अवसर प्रदान करेगी। वे हमारे लोग हैं। हम उन्हें हर संभव मदद देंगे।”
विमान टर्मिनल पर नहीं अलग जगह उतारा जाएगा
पंजाब CM ने कहा कि विदेश मंत्रालय ने उन्हें बताया है कि विमान रात करीब 10 बजे अमृतसर एयरपोर्ट पर उतरेगा। इस बार विमान टर्मिनल पर नहीं जाएगा, बल्कि उसे अलग स्थान पर उतारा जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि निर्वासित व्यक्तियों को लेने के लिए उनके कुछ परिवार के सदस्य भी आ सकते हैं तथा निर्वासित व्यक्तियों के लिए पंजाब सरकार के वाहन भी तैनात किए गए हैं। उन्होंने कहा, “दूसरे राज्यों से निर्वासित लोगों के लिए आवास और भोजन की व्यवस्था की गई है। अमृतसर में रोजाना करीब 1,00,000 लोग सामुदायिक भोजन (लंगर) में हिस्सा लेते हैं। किसी को भी भूखा नहीं रहना चाहिए।” अमृतसर से US और कनाडा के लिए सीधी उड़ानें शुरू करनी चाहिए
केंद्र पर कटाक्ष करते हुए पंजाब के सीएम ने कहा, “अगर अमेरिका से निर्वासित लोगों को लाने वाली उड़ानें दिल्ली में नहीं उतर सकती हैं क्योंकि यह अमृतसर की तुलना में अमेरिका से अधिक दूर है, तो केंद्र सरकार को ईंधन बचाने के लिए अमृतसर से अमेरिका के साथ-साथ कनाडा के लिए भी सीधी उड़ानें शुरू करने पर विचार करना चाहिए।” मान ने कहा कि अगर भारत निर्वासित लोगों को वापस लाने के लिए अपना विमान भेज सकता था, तो उनके साथ सम्मानजनक व्यवहार किया जा सकता था। इसके साथ ही उन्होंने धोखेबाज इमिग्रेशन कंसल्टेंट्स और ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की भी चेतावनी दी।
इस पर राजनीति करने का कोई औचित्य नहीं- मनोज तिवारी
अवैध भारतीय अप्रवासियों को अमेरिका से अमृतसर ले जाने वाली उड़ानों को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के बयान पर बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा, “इस तरह के बयान देकर वह मुद्दे से भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। अगर कोई देश अवैध अप्रवासियों को देश से बाहर निकालने का फैसला करता है…तो वे उन्हें देश में कहीं भी छोड़ सकते हैं। मुझे यह भी पता चला है कि, जिस रास्ते से वे आ रहे हैं, वह क्षेत्र (अमृतसर) अमेरिका के सबसे करीब है। इसलिए, इस पर राजनीति करने का कोई औचित्य नहीं है.”