
SIP: वर्तमान समय में पैसा कमाना चुनौतीपूर्ण हो गया है। इस महंगाई के जमाने में बचत करना हर किसी के बस में नहीं है। लेकिन अच्छे भविष्य के लिए सभी को बचन करना चाहिए। आज के समय में निवेश करने के लिए आपको कई विकल्प मिलेंगे। पहली बार निवेश करने वालों के लिए एसआईपी (सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। एसआईपी के माध्यम से म्यूचुअल फंड में निवेश करना न केवल सरल है, बल्कि यह आपको छोटे-छोटे निवेशों के माध्यम से एक बड़ा कोष बनाने की अनुमति देता है। अपने वित्तीय लक्ष्यों को स्पष्ट करें, जैसे कि बच्चों की शिक्षा, घर खरीदना, या सेवानिवृत्ति की योजना। इन लक्ष्यों के आधार पर आप यह तय कर सकते हैं कि आपको कितनी राशि निवेश करनी है।
बीते कुछ सालों से एसआईपी को काफी पसंद किया जा रहा है। इसमें हर महीने छोटी रकम भी निवेश कर करत है। हालांकि म्यूचुअल फंड में रिटर्न की कोई लिमिट तय नहीं की गई है। इसमें मिलने वाला रिटर्न पूरी तरह से शेयर बाजार में फंड के परफॉर्मेंस पर निर्भर रहता है। एसआईपी कैलकुलेशन की बात करें तो इसमें औसतन 12 प्रतिशत रिटर्न मिलता है। इसे कम से कम रिटर्न के तौर पर माना जाता है।
अगर आप हर महीने 500 रुपए एसआईपी में निवेश करते है और आप 10 साल तक लगातार जमा करते रहते है। आईसीआईसीआई एसआईपी कैलकुलेटर के मुताबिक, मेच्योरिटी पर आपको कुल 1 लाख 12 हजार 018 रुपये मिलते है। कहने का मतलब आप छोटी राशि से निवेश कर 10वें साल में लखपति बन सकते है।
एसआईपी में आप केवल 500 रुपये से भी निवेश शुरू कर सकते हैं। यह छोटे निवेशकों के लिए आदर्श है जो एक साथ बड़ी राशि निवेश नहीं कर सकते।
एसआईपी नियमित अंतराल पर निश्चित राशि का निवेश करता है, जिससे आप बाजार की अस्थिरता का लाभ उठा सकते हैं। बाजार के विभिन्न स्तरों पर निवेश करने से आप औसत खरीद मूल्य को कम कर सकते हैं।
एसआईपी में निवेश करना बहुत ही पारदर्शी और सरल प्रक्रिया है। एक बार सेटअप हो जाने पर, यह अपने आप नियमित रूप से निवेश करता रहता है।
एसआईपी आपको नियमित रूप से बचत करने और निवेश करने की आदत डालता है। यह अनुशासन आपको दीर्घकालिक वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करता है।
छोटे-छोटे निवेश समय के साथ मिलकर बड़ी राशि में परिवर्तित हो सकते हैं। कंपाउंडिंग के लाभ से आपकी निवेश राशि तेजी से बढ़ सकती है।
Published on:
22 Jul 2024 01:05 pm
बड़ी खबरें
View Allबिहार चुनाव
राष्ट्रीय
ट्रेंडिंग
