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‘दोबारा परीक्षा का सवाल ही नहीं…’, पटना में छात्र आंदोलन पर बोले BPSC मुख्य सचिव और सेक्रेटरी

BPSC Protest: BPSC चेयरमैन ने कहा कि दोबारा परीक्षा का सवाल ही नहीं उठता। छात्रों से बातचीत करने को बीपीएससी तैयार है। प्रदेश के 912 केंद्रों में से 911 केंद्रों पर एग्जाम में किसी गड़बड़ी का हमारे पास कोई सबूत नहीं है।

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पटना

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Ashib Khan

Dec 30, 2024

BPSC Protest

BPSC Protest

BPSC Protest: बिहार की राजधानी पटना में बीपीएससी छात्रों का प्रदर्शन जारी है। इसी बीच BPSC के चेयरमैन परमार रवि मनु भाई ने राज्यपाल से मुलाकात की है। दरअसल, बीपीएससी चेयरमैन को राज्यपाल ने BPSC का पक्ष जानने के लिए बुलाया था। BPSC चेयरमैन ने कहा कि दोबारा परीक्षा का सवाल ही नहीं उठता। छात्रों से बातचीत करने को बीपीएससी तैयार है। प्रदेश के 912 केंद्रों में से 911 केंद्रों पर एग्जाम में किसी गड़बड़ी का हमारे पास कोई सबूत नहीं है। साथ ही उन्होंने सवाल किया कि किस आधार पर पूरी परीक्षा को रद्द करनी चाहिए? 4 जनवरी को केवल एक केंद्र पर दोबारा परीक्षा होगी और जनवरी के अंत तक 70वीं बीपीएससी पीटी परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया जाएगा।

छात्रों के डेलिकेशन ने मुख्य सचिव से की बात

वहीं छात्रों के डेलिगेशन ने मुख्य सचिव से मुलाकात की। मुख्य सचिव ने छात्रों को भरोसा दिया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब पटना लौटेंगे तो उनसे मुलाकात करने की कोशिश की जाएगी।

आयोग करेगा जांच

बिहार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने इस मामले में कहा कि बिहार लोक सेवा आयोग 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों द्वारा उठाई गई शिकायतों की जांच करेगा। उन्होंने कहा कि वे जो चाहें कह सकते हैं, यह उनका अधिकार है लेकिन आयोग इसकी जांच करेगा और उचित निर्णय लेगा। 

चिराग पासवान ने बातचीत की अपील

केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों का साथ दिया है। एक्स पर पोस्ट करते हुए चिराग पासवान ने लिखा कि बिहार के युवाओं और BPSC अभ्यर्थियों के मुद्दों को लेकर NDA सरकार के प्रमुख सहयोगी होने के नाते मैंने बिहार सरकार और माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से तुरंत हस्तक्षेप करने की अपील की है, जिसके परिणामस्वरूप सरकार की ओर से मुख्य सचिव (जो सरकार के सबसे बड़े अधिकारी होते है ) ने अभ्यर्थियों और छात्रों के साथ संवाद की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जल्द ही इस पहल के सार्थक परिणाम दिखेंगे। यह हमारी सरकार की सकारात्मक सोच और छात्रों के प्रति संवेदनशीलता का परिणाम है। उन्होंने आगे लिखा कि मैं अभ्यर्थियों से भी अपील करता हूं कि वे शांतिपूर्ण और रचनात्मक तरीके से अपनी बातों को सरकार के समक्ष रखें और किसी भी राजनीतिक व्यक्तियों के बहकावे में आने से बचें। यह मुद्दा पूर्ण रूपेण युवाओं के भविष्य और बिहार के विकास से जुड़ा है, जिसे राजनीति से ऊपर रखकर हल किया जाना चाहिए।

लाठीचार्ज की निंदा

चिराग पासवान ने रविवार को पटना में प्रदर्शनकारी छात्रों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस द्वारा लाठीचार्ज और वाटर कैनन के इस्तेमाल की निंदा की। उन्होंने पुलिस से संयम बरतने का आह्वान किया और छात्रों की मांगों के शांतिपूर्ण समाधान की आवश्यकता पर जोर दिया।

हम सरकार के जवाब का इंतजार करेंगे-PK

वहीं जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर ने मामले में कहा कि लोकतांत्रिक मर्यादाओं को ध्यान में रखते हुए, हमें 2 दिनों का समय सरकार को देना चाहिए। छात्र पूरी तरह से आंदोलन से हटकर पढ़ना चाहते हैं, अपना जीवन बनाना चाहते हैं। छात्रों ने एक कदम बढ़ाया है तो अब सरकार भी एक कदम बढ़ाए और मामले को खत्म करें। हम 2 दिनों तक धैर्यपूर्वक सरकार के जवाब का इंतजार करेंगे। लेकिन अगर 2 दिनों में कोई निर्णय नहीं लिया गया तो फिर छात्रों का आंदोलन करने का जो निर्णय होगा वह मान्य होगा। हम पूरी तरह छात्रों के साथ रहेंगे और ये प्रशांत किशोर का कमिटमेंट है।

क्या है पूरा मामला

बता दें कि 13 दिसंबर 2024 को BPSC की 70वीं संयुक्त परीक्षा 2024 आयोजित हुई थी। इस परीक्षा में करीब 3 लाख अभ्यर्थी बैठे थे। वहीं पिछले एक सप्ताह से अधिक समय से पेपर लीक होने के आरोपों के कारण छात्र परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी छात्र राजधानी पटना में बैठे हैं। बीपीएससी की परीक्षा को रद्द करने के साथ-साथ नॉर्मलाइजेशन को भी छात्र रद्द करने की मांग कर रहे हैं। वहीं अभ्यर्थियों का कहना है कि जो कुछ दिन पहले परीक्षा हुई थी उसे दोबारा से आयोजित कराया जाए। जबकि BPSC महज उसी केंद्र पर इस परीक्षा को फिर से आयोजित कराने के लिए तैयार दिख रही है जहां पर परीक्षा के दौरान गड़बड़ी होने की बात सामने आई थी। दरअसल, परीक्षा से पहले ही 6 दिसंबर को एग्जाम को लेकर विवाद शुरू हो गया था। यह विवाद परीक्षा के सामान्यीकरण को लेकर हुआ था।

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