Mamata Banerjee: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार की ओर से आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर ‘संविधान हत्या दिवस’ मनाने की घोषणा पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा, “केंद्र सरकार कहती है कि इस साल आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर वह संविधान हत्या दिवस मनाएगी। मैं ‘संविधान हत्या’ वाले कथन पर आपत्ति जताती हूं। संविधान हमारे अधिकारों का आधार है, यह लोकतंत्र की जननी है। जो लोग संविधान का सम्मान नहीं करते, वे इसे संविधान हत्या कैसे कह सकते हैं?”
सीएम बनर्जी ने कहा कि इसमें लिखा है 25 जून को संविधान हत्या दिवस के रूप में मनाया जाएगा। वे आपातकाल हत्या दिवस भी मना सकते थे, लेकिन वे संविधान हत्या दिवस मना रहे हैं। मैं इस विचार की पूरी तरह निंदा करती हूं।
वहीं इस दौरान सीएम ममता बनर्जी ने सवाल भी पूछे। उन्होंने कहा कि क्या आज भारत में लोकतंत्र है? क्या लोकतांत्रिक व्यवस्था में हर दिन गणतंत्र हत्या दिवस हो सकता है क्योंकि हर दिन वे गणतंत्र की हत्या कर रहे हैं, हर दिन वे लोगों के मौलिक अधिकारों में कटौती कर रहे हैं, वे राज्य की अर्थव्यवस्था और राज्य के सभी मौलिक अधिकारों को भी नष्ट कर रहे हैं।
बता दें कि ममता बनर्जी का यह बयान उस समय आया है, जब केंद्र सरकार ने 25 जून को आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में ‘संविधान हत्या दिवस’ के रूप में मनाने का ऐलान किया। केंद्र सरकार का तर्क है कि आपातकाल ने संविधान की मूल भावना को नुकसान पहुंचाया, और इसकी याद में ‘संविधान हत्या दिवस’ मनाना उचित है।
इस दौरान सीएम ममता बनर्जी ने बीजेपी पर हर दिन संविधान का उल्लंघन करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि जो लोग संविधान का सम्मान नहीं करते हैं, वही इसकी नैतिकता को बनाए रखने की बात कर रहे हैं। वहीं सीएम बनर्जी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि महाराष्ट्र और बिहार में चुनी गई सरकार को गिराना क्या संविधान पर हमला नहीं था?
Published on:
18 Jun 2025 06:43 pm