Donald Trump’s “Big Beautiful Bill” explained: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का महत्वाकांक्षी One Big, Beautiful Bill सीनेट के बाद संसद के निचले सदन से भी पारित हो गया. टैक्स और खर्चों में कटौती वाले 840 पेज के इस बिल के पक्ष में 218 जबकि विरोध में 214 वोट पड़े थे….अब यह जानना जरूरी हो जाता है कि इस बिल में ऐसा क्या है कि एलॉन मस्क तक ने इसका विरोध कर ट्रंप से दुश्मनी मोल ले ली. खुद ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी के दो सांसदों ने इसके विरोध में वोट डाला? यह बिल अमीरों और गरीबों को किस तरह से प्रभावित करेगा ? साथ ही ये भी जानिए की आखिर चीन क्यों इसके पास होने पर जश्न मना रहा है, क्या इससे चीन सूपरपावर बन जाएगा…. कहा जा रहा है कि यह बिल टैक्स, हेल्थ इंश्योरेंस, स्टूडेंट लोन, बॉर्डर पॉलिसी और सब्सिडी जैसे कई सेक्टरों को प्रभावित करेगा. इस बिल की सबसे अहम बात ये है कि इसके जरिए ट्रंप के पहले कार्यकाल में लागू किए गए टैक्स कट को स्थाई कर दिया जाएगा. इसमें टिप्स और ओवरटाइम वेतन पर टैक्स खत्म करने का प्रावधान है. बिजनेस के लिए टैक्स में राहत, इसमें सोशल सिक्योरिटी पर टैक्स छूट नहीं है. इलेक्ट्रिक वाहन और सोलर टैक्स क्रेडिट को पूरी तरह से खत्म कर दिया जाएगा. इस बिल के कानून बन जाने के बाद सरकार की उधार लेने की सीमा को चार ट्रिलियन डॉलर तक बढ़ाने का प्रस्ताव है. इतना ही नहीं कुछ राज्यों को AI नियम बनाने से रोकने की भी बात कही गई है… दूसरी तरफ ये माना जा रहा है कि, ट्रंप का यह कानून अमेरिका को ऊर्जा के अतीत में धकेल रहा है और चीन को भविष्य की ओर ले जा रहा है. जब पूरी दुनिया AI और क्लीन एनर्जी की ओर दौड़ रही है, अमेरिका ने अपने ही पैर पर कुल्हाड़ी मारकर चीन को आगे निकलने का मौका दे दिया है, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी पार्टी द्वारा पारित किया गया नया “Big Beautiful Tariff Bill” न सिर्फ अमेरिका की ऊर्जा सुरक्षा को कमजोर करता है, बल्कि यह बिल अक्षय ऊर्जा स्रोतों जैसे सोलर, विंड और बैटरी को भी जानबूझकर कमजोर करता है. यह सब ऐसे समय में हो रहा है जब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की बिजली-खपत वाली दुनिया का उदय हो रहा है और हर देश को ज्यादा से ज्यादा सस्ती और साफ ऊर्जा चाहिए.जहां चीन सौर ऊर्जा, विंड ऊर्जा और बैटरी स्टोरेज जैसे क्षेत्रों में आक्रामक निवेश कर रहा है, वहीं अमेरिका की ये नीति उसके लिए रास्ता और साफ कर रही है. चीन पहले से ही AI, इलेक्ट्रिक वाहनों और ग्रीन एनर्जी में अमेरिका से आगे निकलने की दौड़ में है, और यह नया अमेरिकी कानून उसे एक और बढ़त देगा, अनुमान है कि 2030 तक लगभग 8.3 लाख रिन्युएबल एनर्जी से जुड़ी नौकरियां या तो खत्म हो जाएंगी या कभी पैदा ही नहीं होंगी, चीन अब इलेक्ट्रोस्टेट बनने की ओर बढ़ रहा है -एलान मस्क भी ट्रंप के इस बिल से नाराज थे, इस बिल का विरोध करने वाले इसे अमेरिकी इतिहास का अब तक का सबसे Regressive बिल बता रहे हैं. बिल विरोधियों का कहना है कि इस बिल से अमीरों को सीधे तौर पर फायदा पहुंचेगा और गरीबों पर असर पड़ेगा. अमीर और अमीर होंगे, जिससे आय असमानता बढ़ेगी