
दंपती ने सड़क पर बनाया खाना (फोट- पत्रिका ग्राफिक्स)
सोशल मीडिया पर आए दिन कोई न कोई वीडियो वायरल होता रहता है। लेकिन कभी-कभी कुछ ऐसे वीडियो सामने आ जाते है जो सुरक्षा और लोगों की समझ को लेकर सवाल खड़े कर देते है। ऐसा ही एक अनोखा वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक दंपती नेशनल हाइवे पर गैस-चूल्हा रख कर खाना बनाते नजर आ रहे है। वीडियो वायरल होने के बाद, लोग उनकी नागरिक जिम्मेदारी पर सवाल उठा रहे हैं।
वीडियो में दोनों पति-पत्नी हाइवे के रेस्ट एरिया पर अपनी गाड़ी खड़ी करके उसके पास ही खाना बनाते नजर आ रहे हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि इसके बारे सवाले किए जाने पर भी दंपती ने अपनी गलती नहीं मानी बल्कि सवाल करने वाले व्यक्ति से कहा कि, यह रेस्ट एरिया है, यहां अलाउड (अनुमति) है।
वीडियो में आदमी बच्चे के साथ आराम करता दिख रहा है जबकि उसकी पत्नी सड़क किनारे सिलेंडर, कढ़ाई और अन्य रसोई का सामान फैलाकर बैठी है। वीडियो में देखा जा सकता है कि महिला के पास एक सिलेंडर वाला चूल्हा है और उसके पास एक थाली में आटा रखा है। महिला रोटियां बेल कर चूल्हे पर सेक रही है और पास में कढ़ाई में सब्जी भी रखी हुई है।
खाना बनाने वाली जगह पर आस-पास में काफी सारा सामान फैला हुआ है और सब्जी के छिलकों के साथ-साथ गंदगी भी सड़क पर पड़ी दिखाई दे रही है। महिला के पास ही उसका बच्चा बैठा है और उसका पति वहीं पास में टहल रहा है। वीडियो में दंपती यह भी कहते दिख रहे हैं कि वह किसी का रास्ता नहीं रोक रहे हैं और उन्होंने यातायात बाधित नहीं किया है।
वीडियो सामने आने के बाद से ही लोग इस दंपती की कड़ी आलोचना कर रहे हैं। यूजर्स ने सुरक्षा और सार्वजनिक जगह के इस्तेमाल को लेकर चिंता जताई है। एक यूजर ने एक्स पर यह वीडियो शेयर करते हुए लिखा, भारत में 'नागरिक बोध' (Civic Sense) एक ऐसी महंगी चीज़ है, जिसे हर कोई खरीद नहीं पाता। उसने आगे लिखा, उदाहरण के लिए इस दृश्य को ही देखिए। एक परिवार ने सड़क के बिल्कुल बीचों-बीच खाना बनाना शुरू कर दिया है, जिससे पूरे इलाके में गंदगी फैल रही है। मुझे सच-सच बताइए, क्या यह सही है।
इस वीडियो पर कमेंट करते हुए एक यूजर ने लिखा, भारत में, हर तरह की अशिष्ट और बेतुकी चीज़ें स्वीकार्य हैं। लेकिन अगर कोई सवाल पूछना शुरू कर दे या सच्चाई बता दे, तो सब लोगों को परेशानी होने लगती है। एक दूसरे यूजर ने लिखा, ईमानदारी से कहूं तो, यह बस पागलपन है। सड़क के बीच में खाना पकाना, यह कोई जुगाड़ नही बल्कि अराजकता है। सार्वजनिक जगह किसी की निजी रसोई नहीं है, और पूरे इलाके को गंदा करना तो और भी बुरा है। नागरिक बोध कोई लग्जरी नहीं होनी चाहिए। यह एक बुनियादी ज़िम्मेदारी है।
Published on:
09 Dec 2025 05:19 pm
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