Arvind Kejriwal: पंजाब की लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) के उम्मीदवार संजीव अरोड़ा ने शानदार जीत हासिल की। AAP प्रत्याशी ने 10637 वोटों से जीत हासिल की। इस जीत ने न केवल AAP को पंजाब में अपनी सियासी जमीन मजबूत करने का मौका दिया, बल्कि अरविंद केजरीवाल के राज्यसभा जाने की अटकलों को भी हवा दी है। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में नई दिल्ली सीट से हार का सामना करने के बाद केजरीवाल का अगला राजनीतिक कदम क्या होगा, इसे लेकर सियासी गलियारों में चर्चा तेज हो गई है। हालांकि अब केजरीवाल ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
राज्यसभा में जाने के सवाल पर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं राज्यसभा नहीं जा रहा हूं। पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति तय करेगी कि कौन राज्यसभा जाएगा।
केजरीवाल ने कहा कि गुजरात में विसावदर और लुधियाना पश्चिम सीट पर हुए उपचुनाव में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों ने शानदार जीत हासिल की है। मैं गोपाल इटालिया और संजीव अरोड़ा तथा वहां की जनता और कार्यकर्ताओं का धन्यवाद करना चाहता हूँ। इन दोनों सीटों पर हम 2022 के चुनावों में जितने अंतर से जीते थे, आज हम उससे लगभग दोगुने अंतर से जीत हासिल की है। यह जीत AAP की नीतियों और कार्यों पर मुहर लगाती है
दरअसल, लुधियाना उपचुनाव से पहले ही यह चर्चा जोरों पर थी कि AAP ने संजीव अरोड़ा को उम्मीदवार बनाकर केजरीवाल के लिए राज्यसभा का रास्ता तैयार किया है। संजीव अरोड़ा, जो वर्तमान में पंजाब से राज्यसभा सांसद हैं, के विधानसभा जीतने के बाद उनकी राज्यसभा सीट खाली हो सकती है। ऐसी स्थिति में AAP इस सीट पर केजरीवाल को राज्यसभा भेज सकती है। हालांकि अब केजरीवाल ने खुद इसका जवाब दे दिया है। केजरीवाल ने कहा कि वह राज्यसभा नहीं जाएंगे। हालांकि केजरीवाल ने प्रचार के दौरान संजीव अरोड़ा को जीतने पर पंजाब सरकार में मंत्री बनाने का वादा भी किया था, जिससे इन अटकलों को और बल मिला।
लुधियाना की जीत ने AAP को 2027 के पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए नई ताकत दी है। यह जीत दिल्ली में हाल की हार के बाद अरविंद केजरीवाल के लिए टॉनिक का काम कर रही है, जिससे पार्टी का मनोबल बढ़ा है।
Published on:
23 Jun 2025 05:25 pm