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नीतीश और चिराग का Waqf Bill पर समर्थन देना क्या विधानसभा चुनाव में पड़ेगा भारी? जानें वजह

Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले वक्फ बिल मुद्दा बन चुका है। इससे पहले वक्फ बिल का सपोर्ट करने का असर सीएम नीतीश कुमार पहले ही देख चुके है। रमजान के दौरान सीएम नीतीश कुमार और चिराग पासवान की इफ्तार पार्टी का मुस्लिम संगठनों ने बायकॉट किया था।

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पटना

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Ashib Khan

Apr 03, 2025

चिराग पासवान और नीतीश कुमार

चिराग पासवान और नीतीश कुमार

Bihar Election: लोकसभा में बुधवार को वक्फ संशोधन बिल (Waqf Bill) पास हो गया। इस बिल पर लोकसभा में करीब 12 घंटे चर्चा हुई थी। 288 ने बिल के पक्ष में और 232 ने विपक्ष में वोट डाले। वक्फ बिल को केंद्र की सरकार में शामिल TDP, JDU और LJP ने समर्थन दिया। बता दें कि बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) होने है। विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने वक्फ बिल का समर्थन किया है। वहीं वक्फ बिल का समर्थन करने का असर नीतीश कुमार इफ्तार पार्टी में देख चुके हैं।

बिहार में 18 प्रतिशत आबादी मुस्लिम

बता दें कि बिहार में करीब 18 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है। प्रदेश की कई सीटों पर मुस्लिम वोट निर्णायक भूमिका में होते है। ऐसे में कांग्रेस, राजद, जेडीयू, चिराग पासवान की पार्टी एलजेपी और जन सुराज पार्टी मुस्लिम वोट बैंक को अपनी ओर खींचने की पूरी कोशिश कर रही हैं।

चुनाव से पहले वक्फ विधेयक बना मुद्दा

बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले वक्फ बिल मुद्दा बन चुका है। इससे पहले वक्फ बिल का सपोर्ट करने का असर सीएम नीतीश कुमार पहले ही देख चुके है। रमजान के दौरान सीएम नीतीश कुमार और चिराग पासवान की इफ्तार पार्टी का मुस्लिम संगठनों ने बायकॉट किया था। दरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सीएम की इफ्तार पार्टी का बायकॉट करना मुस्लिम समुदाय का नीतीश कुमार से मोहभंग होने को दर्शाता है। यह पहली बार था जब मुस्लिम लोगों ने नीतीश कुमार की इफ्तार पार्टी का जोरदार तरीके से विरोध किया था। बिहार चुनाव से पहले पटना में पोस्टर वार, देखें वीडियो...

नीतीश और चिराग को हो सकती है मुश्किल

वक्फ बिल का सर्मथन करना सीएम नीतीश कुमार और चिराग पासवान के लिए मुश्किले खड़ी कर सकता है। दरअसल, जेडीयू ने हमेशा धर्मनिरपेक्ष छवि बनाए रखी है, अगर वक्फ बिल को मुस्लिम लोग इसे अपने खिलाफ मान लेते है तो जनता दल यूनाइटेड को नुकसान हो सकता है। इसके अलावा चिराग पासवान की पार्टी को भी नुकसान हो सकता है।

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महागठबंधन को हो सकता है फायदा

बता दें कि वक्फ बिल का विरोध करने का बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को फायदा हो सकता है। प्रदेश में मुस्लिम-यादव समीकरण पहले से ही आरजेडी के लिए मजबूत रहा है। अगर यह मुद्दा विधानसभा चुनाव तक गर्म रहता है तो यह आरजेडी के लिए फायदेमंद रहेगा।