रूद्र महायज्ञ में जहां एक और जिले के सैंकड़ों श्रद्धालु हवन कुंड में आहूतियां दे रहे हैं। वहीं विदेशी श्रद्धालु भी मंत्रौच्चारण के साथ आहूतियां दे रहे हैं। जो आकर्षण का केंद्र बने हैं। यहां एक रूसी भक्त द्वारा प्रत्येक मंत्र को अपनी भाषा में उच्चारण कर आहूतियां दी जा रही है। महायज्ञ में देशी विदेशी श्रद्धालुओं का समागम हो रहा है। दशहरा मैदान पर महायोगी पायलट बाबा के सान्निध्य एवं राष्ट्रसंत कृष्णानंद महाराज, योग माता चेतना, श्रद्धामाता की उपस्थिति में एकादश रूद्र महायज्ञ में श्रद्धालुओं ने 6 जनवरी को गृहदोष एवं कालसर्प दोष निवारण एवं जीवन में परम आनंद के लिए श्रीपिनाकी के नाम 111 कुण्डीय हवन में मंत्रोच्चार के साथ हजारों अक्षत पुष्प व साकल्य की आहूतियां देकर सुख समृद्धि शांति और धर्म संस्कृति की रक्षा के लिए मंगल प्रार्थना की। महादेवताओं में द्वितीय देव श्रीपिनाकी शिव को सिद्ध करने के लिए आहूतियां दी गईं। पायलेट बाबा ने भास्कर देवाय नम:, हर हर महादेव की स्वर लहरियों के साथ जलाभिषेक दुग्धाभिषेक के बाद साकल्य एवं घी की आहूतियां दी। यज्ञ के दौरान यज्ञ नारायण भगवान ओमनाथ, मल्लिकार्जुन, ओम सूर्याय नम:, ओम नम: शिवाय का मंत्रोच्चारण भी किया गया। निरंतर शंख ध्वनि होती रही।