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अभी पहले की रबी फसल नुकसान की भरपाई नहीं हुई और खरीफ फसल पर भी फिरा किसानों की उम्मीद पर पानी

- अति वर्षा से फसल नुकसानी पर किसानों के बीच पहुंचे सांसद गुप्ता व विधायक परिहार- अतिवृष्टि से फसल नुकसानी की सूचना देने के लिए टोल फ्री नंबर की जारी

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अभी पहले की रबी फसल नुकसान की भरपाई नहीं हुई और खरीफ फसल पर भी फिरा किसानों की उम्मीद पर पानी

अभी पहले की रबी फसल नुकसान की भरपाई नहीं हुई और खरीफ फसल पर भी फिरा किसानों की उम्मीद पर पानी

नीमच। विगत दिवस हुई अति वृष्टि से किसानों को भारी नुकसान हुआ है, सोयाबीन उडद आदि की फसल प्रभावित हुई है, कई खेतो में काट कर रखी फसल अंकुरित होने के कगार पर है। वहीं प्रशासन ने भी मामले को गंभीरता से लिया है, शासन ने आगामी १२ अक्टूबर तक सभी पटवारी हल्का व तहसील को किसान नुकसानी का आंकलन कर प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए है। वहीं अभी तक फसल नुकसानी को लेकर ऑनलाइन १५ आवेदन किसान के हुए है। जबकि हालत यह है कि अभी तक वर्ष २०२० खरीफ ओर २०२०-२१ रबी फसल नुकसानी तक का मुआवजा किसानो को नहीं मिला है। वहीं अब किसान बैमौसम बारिश की मार से फिर परेशान है और खरीफ वर्ष २०१-२२ की नुकसानी का आंकलन अभी शुरू भी नहीं हुआ है।

हालांकि इसी के चलते आज भादवामाता के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में सांसद सुधीर गुप्ता ,नीमच विधायक दिलीप सिंह परिहार,जिला पंचायत अध्यक्ष सज्जनसिंह चौहान ने अतिवृष्टि से प्रभावित खेतो में पहुंच जायजा लिया व किसानों से चर्चा की । साथ में सांसद प्रतिनिधि आदित्य मालू, सत्य नारायण गोयल, महेश गुर्जर, मंडल अध्यक्ष अर्जुन सिंह सिसोदिया,राजेश पाटीदार , लोकेश जी चांगल, नवल सुरावत एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे ।

किसानों की नुकसानी के लिए टोल फ्री नंबर हुए जारी
खरीफ 2022 में जिले मन्दसौर में कृषकों द्वारा विभिन्न फसलें अपने खेत में लगाई गई है। साथ ही कृषकों द्वारा अधिसूचित फसलों का फसल बीमा भी प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत कराया गया है। जिले में वर्तमान में लगातार वर्षा से कुछ खेतों में अतिवर्षा से जलभराव व फसल नुकसान की सूचना मिल रही है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत 72 घंटे के भीतर नुसान की सूचना दी जाना अनिवार्य है जिससे अतिवर्षा के प्रकरणों में कृषकों के खेत का सर्वे कार्य समय सीमा में किया जा सके। कृषक एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी के टोल फ्री नं. 1800 233 7115 पर फसल नुकसान की सूचना दे सकता है या क्रॉप इंश्योरेंस नामक एप प्ले स्टोर से डाउनलोड कर एप पर लगातार बिना लॉगिन अंतर्गत क्रॉप लॉस में जाकर मोबाईल नं. की जानकारी एवं ओ.टी.पी. वेरीफिकेशन उपरांत सीजन, वर्ष, योजना, राज्य, जिला, तहसील, रिवेन्यू सर्किल, पटवारी हल्का, ग्राम, फसल, सर्वे नं. की जानकारी के साथ एप पर सबमिट कर सकते है।

जिले में किसानों की फसल नुकसानी पर नजर
- वर्ष २०२१-२२ रबी की फसल में ६० हजार ५८० किसानों ने बीमा क्लेम आवेदन किए
- कुल खसरा २.९० लाख आवेदन पहुंचे
- अब वर्ष २०२१-२२ खरीफ फसल पर भी फिरा पानी, आंकलन हुआ शुरू

जिले में इस वर्ष २०२२-२३ की खरीफ फसल की बुवाई
फसल ------------बुवाई हैटेयर में
मक्का ------------२३०००
सोयाबीन--------- १२०६००
मूंगफली ----------१६७००
उड़द --------------७१००

इनका यह कहना है
गत दो दिन लगातार हुई बैमौसम बारिश से खेत में कटी हुई फसल और जिनकी अभी बुवाई की गई, दोनों ही पूरी तरह से खराब हुई है। शासन से फसल नुकसानी का आंकलन पूर्ण 12 अक्टूबर तक करने के निर्देश है। जिसमें पटवारी हल्का व तहसील तथा बीमा कंपनी कर्मचारी जुटे है। खासकर सोयाबीन, मक्का, मूंगफली, मंूग व उड़द में नुकसानी हुई है।
- दिनेश मंडलोई, उप संचालक कृषि विभाग नीमच।