नीमच. अपनी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर मानसेवी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका संघ आदि ने शुक्रवार को धरना प्रदर्शन किया। शहर के प्रमुख मार्गों से रैली के रूप में कलेक्टोरेट पहुंची, जहां मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
आंगनवाड़ी केंद्रों पर नहीं बंटा नाश्ता व भोजन
शुक्रवार को सहायिका एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के सामूहिक अवकाश पर रहने की वजह से आंगनवाड़ी केंद्रों पर नाश्ता व खाना वितरण नहीं किया गया। इसके कारण अनेक आंगनवाड़ी क्षेत्रों में बच्चों को खाना नाश्ता नहीं मिल पाया। इस कारण बच्चे भूख प्यास से परेशान रहे। संगठन पदाधिकारियों ने बताया कि यदि 15 मार्च तक मांगों का निराकरण नहीं किया गया तो 15 मार्च से पूरे मध्यप्रदेश में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगी। प्रदेश अध्यक्ष पार्वती आर्य ने बताया कि सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका सुबह ११ बजे डाक बंगले पर एकत्रित हुईं। वहां से रैली के रूप में करीब दोपहर २.३० बजे कलेक्टोरेट पहुंची। रैली में महिलाएं ‘फूल नहीं चिंगारी हैं हम भारत की नारी हैंÓ, ‘ईट से ईट बजा देंगे भोपाल को हिला देंगेÓ, ‘एक को हलवा एक को टुकड़ा नहीं चलेगा नहीं चलेगाÓ, ‘एक बहन एक बहू बनाएंगे नहीं चलेगा नहीं चलेगाÓ आदि गगनभेदी नारे लगा रहीं थीं। तेज धूप के बावजूद भी महिलाएं इंदिरा नगर स्थित डाक बंगला से विशाल रैली के रूप में ग्वालटोली होते हुए कलेक्टोरेट पहुंची थी। कलेक्टोरेट में भी कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की और मांगों के समर्थन में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन कलेक्टर के प्रतिनिधि तहसीलदार मनोहर वर्मा को सौंपा।
मांगें नहीं मानी तो प्रदेशव्यापी प्रदर्शन
ज्ञापन में बताया गया कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, मिनी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को शासकीय कर्मचारी घोषित किया जाए। मिनी आंगनवाड़ी केंद्रों को मुख्य केंद्र बनाया जाए। सेवानिवृत्त सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका को उनकी सेवा अनुसार ग्रेज्यूटी का भुगतान किया जाए। पर्यवेक्षक पद पर योग्यता के आधार पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की नियुक्ति की जाए। सीधी भर्ती पर रोक लगाई जाए। जब तक शासन राज्य कर्मचारी का दर्जा नहीं देती है तब तक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता मिनी कार्यकर्ता को 25 हजार और सहायिका को 15 हजार रुपए मानदेय स्वीकृत किया जाए। राज्य व केंद्र सरकार के द्वारा चलाए जा रहे एप को एक कर उसे हिंदी में बनाया जाए। इन 6 सूत्रीय मांगों को नहीं माना गया तो पूरे प्रदेश में हड़ताल होगी। भोपाल स्तर पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष पार्वती आर्य, संरक्षक हेमंत शर्मा, सचिव सुमित्रा राठौर, जिला उपाध्यक्ष कैलाशी राठौर, जिला कोषाध्यक्ष माया शर्मा, जिला महामंत्री सीमा उपाध्याय, सचिव रेखा पंवार, हंसा गंधर्व सहित बड़ी संख्या में आंगनवाड़ी सहायिका कार्यकर्ता उपस्थित थीं।
रास्ता जाम करने की बात को लेकर हंगामा हुआ
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता जब कलेक्टोरेट में प्रवेश करने लगीं तो मौके पर एसडीएम डॉ. ममता खेड़े पहुंची। उन्होंने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से कहा कि रास्ता क्यों जाम किया है। रास्ता खोलो नहीं तो आप के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। मानसेवी आंगनवाड़ी सहायिका मिनी कार्यकर्ता संगठन की प्रदेश अध्यक्ष पार्वती आर्य और एसडीएम डॉ. खेड़े की आमने-सामने बहस हुई, जिससे माहौल गर्मा गया। 5 से 7 मिनट तक बहस चली। अंत में एसडीएम डॉ. खेड़े ने सभी को समझाइश देकर शांत किया। उन्होंने कहा कि आगे से बिना परमिशन के धरना प्रदर्शन या रास्ता जाम नहीं करें अन्यथा आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई प्रशासन द्वारा की जाएगी।
शांतिपूर्ण कर रहे थे प्रदर्शन, नहीं रोका रास्ता
6 मार्च २३ को ही कलेक्टर कार्यालय एवं भोपाल संचनालय को लिखित पत्र प्रेषित कर सूचना दे दी थी। शुक्रवार को किसी का रास्ता रोकने का प्रयास नहीं किया। शांतिपूर्ण रैली निकालकर अपना शक्तिप्रदर्शन किया था। इसके बावजूद भी यदि जिला प्रशासन कार्रवाई करता है तो अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी जाएगी।
– पार्वती आर्य, प्रदेश अध्यक्ष