
नीमच। जिले के ग्राम गिरदौड़ा में स्थित शासकीय माध्यमिक विद्यालय की शिक्षिका पर कक्षा छठी में पढ़ने वाली बालिका कोमल के पिता राजेश सुथार और उनके परिजनों ने 100 दंड बैठक लगवाने का आरोप लगाया है। परिजनों के अनुसार दंड बैठक लगाने से बालिका की तबीयत खराब हो गई है। जिसे जिला चिकित्सालय में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है। वहीं यह मामला शुक्रवार को मानवाधिकार निगरानी समिति के जिला अध्यक्ष दिलीप छाजेड़ तक भी पहुंचा।
बालिका कोमल के पिता राजेश ने बताया कि कक्षा में अन्य बच्चे मस्ती कर रहे थे लेकिन शिक्षिका माला ने पांच बच्चियों को ही दंडित करते हुए 100 दंड-बैठक लगवाई बालिका चल नहीं पा रही थी। जिस पर बालिका के पिता राजेश अपनी बेटी को जिला चिकित्सालय लेकर पहुंचे, जहां प्राथमिक उपचार के बाद बालिका को छुट्टी दे दी गई। इधर उक्त मामले की शिकायत मानव अधिकार के सदस्य दिलीप छाजेड़ ने कलेक्टर, शिक्षा अधिकारी और शिक्षा मंत्री को की है। मामले में शिक्षिका माला का कहना है क्लास में बच्चे मस्ती कर रहे थे, कोमल की बड़ी बहन आई उसे लेकर चली गई। कुछ देर बाद उनके पिता स्कूल आए थे, मेरे द्वारा बालिका से कोई भी उठक बैठक नहीं लगवाई गई है।
इनका यह कहना है
गिरदौड़ा शासकीय माध्यमिक विद्यालय से एक कक्षा छठी की बच्ची को उठक बैठक लगवाने से तबीयत बिगड़ने का मामला सामने आया है, जिस पर प्रधानाध्यापक से भी जानकारी मांगी गई, उसके बाद मैं स्वयं भी वहा स्कूल पहुंचा और अन्य बच्चों से स्टेंटमेंट लिए। उन्होंने उठक बैठक अध्यापिका की ओर से करवाने से इंकार कर दिया गया है। वहीं एक बच्ची ने खेल में दस उठक बैठक लगाने की बात कही है, वहीं कोमल के द्वारा भी खेल में 10-12 उठक बैठक लगाने की बात कही है। टीचर ने भी उठक बैठक लगवाने से साफ इंकार किया है। अभी बच्ची अस्पताल में भर्ती है। शिकायत पर जांच की जा रही है।
- सीके शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी नीमच।
Updated on:
10 Jul 2022 05:10 pm
Published on:
10 Jul 2022 05:07 pm
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