27 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

1000 साल पुराने बीज से उगा दिया बाइबिल का लुप्त पेड़

14 साल लंबे शोध में छह देशों के वैज्ञानिकों को मिली बड़ी कामयाबी

less than 1 minute read
Google source verification

यरुशलम. करीब 14 साल लंबे शोध के बाद वैज्ञानिकों को एक हजार साल पुराने बीज से ऐसा पेड़ उगाने में कामयाबी मिली है, जो काफी पहले विलुप्त हो चुका था। ‘शेबा’ नाम के पेड़ का बाइबिल में जिक्र है, लेकिन आधुनिक दुनिया ने अब तक इस प्रजाति का हरा-भरा पेड़ नहीं देखा था।इजरायल की राजधानी यरुशलम के नेचुरल मेडिसन रिसर्च सेंटर की विशेषज्ञ साराह सेलॉन के नेतृत्व में शोध करने वाली टीम में अमरीका, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, स्विट्जरलैंड, इजरायल और स्वीडन के वैज्ञानिक शामिल थे। कम्यूनिकेशन बायोलॉजी जर्नल में छपे शोध के मुताबिक 1980 के दशक में वैज्ञानिकों को जूडियन रेगिस्तान की एक गुफा में शेबा का बीज मिला था। इस पर 2010 में शोध शुरू किया गया। वैज्ञानिकों ने बीज का डीएनए चेक करने के बाद इसके केमिकल और रेडियोकार्बन का विश्लेषण किया। इसके पनपने के सूत्र मिलने के बाद बीज मिट्टी में दबाया गया। यह अंकुरित हो गया। फिलहाल पौधे में फूल नहीं आए हैं।

औषधियों के गुणों से भरपूर है पौधे की राल

शोधकर्ताओं के मुताबिक शेबा पेड़ एडी 993 से 1202 के बीच प्राचीन दक्षिणी लेवंट में पाया जाता था। यानी 1031 से 822 साल पहले। इसी इलाके में आज इजरायल, फिलिस्तीन और जॉर्डन हैं। बीज से पौधा विकसित करने के बाद वैज्ञानिक अब पौधे से राल (रेसिन) निकालने की कोशिशों में जुटे हैं। बाइबिल में इस राल को औषधियों गुणों से भरपूर बताया गया है।

प्रजाति का फिलहाल खुलासा नहीं

शेबा किस प्रजाति का पेड़ है, फिलहाल इसका खुलासा नहीं हुआ है। शोध की मुख्य लेखक साराह सेलॉन का कहना है कि सैकड़ों साल पहले ऐतिहासिक क्षेत्र गिलीड में संभवत: शेबा के कई पेड़ रहे होंगे। यह क्षेत्र पूर्वी जॉर्डन में है। बताया जाता है कि प्राचीन काल में शेबा की राल का इस्तेमाल बाम बनाने में किया जाता था।