
Arvind Kejriwal: दिल्ली चुनाव 2025 में मिली हार के बाद मंगलवार को दिल्ली में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के विधायकों और मंत्रियों की बैठक बुलाई है। मंगलवार को इस बैठक में हिस्सा लेने दिल्ली पहुंचे आम आदमी पार्टी के पंजाब अध्यक्ष एवं मंत्री अमन अरोड़ा ने बैठक के एजेंडे पर कहा “एजेंडा तो अंदर जाकर ही पता चलेगा। इससे पहले भी आप मुखिया अरविंद केजरीवाल के साथ हमारी बैठकें होती रही हैं। हम सब काफी समय से चुनावों में व्यस्त थे। इसलिए अब उन्होंने बैठक बुलाई है। पंजाब के सभी विधायकों ने दिल्ली चुनाव में बहुत मेहनत की है, इसलिए शायद वह उस पर भी प्रतिक्रिया लेना चाहते हैं।”
मंगलवार को अरविंद केजरीवाल की बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे आम आदमी पार्टी के नेता और पंजाब के विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवान ने कहा “पंजाब के विधायकों और मंत्रियों की अरविंद केजरीवाल के साथ बहुत सार्थक चर्चा की उम्मीद है। कोई भी काम होने के बाद उसकी समीक्षा करना बहुत जरूरी है। हमारे नेता अरविंद केजरीवाल जुझारू हैं, वो अलग हटकर सोचते हैं। यह बैठक पार्टी को मज़बूत करने, सरकार को लोगों के लिए बेहतर काम करने के लिए है। कोई दिक्कत नहीं है। पंजाब में बहुत अच्छी सरकार चल रही है और लोगों की सेवा कर रही है।”
शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने पंजाब के विधायकों और मंत्रियों की अरविंद केजरीवाल के साथ बैठक पर कहा, "जिस तरह से हार हुई, वह उनके लिए भी हैरान करने वाला है। तीन चुनाव जीतने के बाद जब हार का सामना करना पड़ता है, तो हलचल मचती है, अफ़वाहें फैलती हैं, कयास लगाए जाते हैं... बस उम्मीद है कि जनता ने आप को विपक्ष में रहने की जो जिम्मेदारी उन्हें दी है, उसे ये लोग बखूबी निभाएंगे। हमें ये भी नहीं भूलना चाहिए कि भाजपा और उनके वोट शेयर में बहुत ज़्यादा अंतर नहीं है, इसलिए उससे वह खुद को मजबूत करेंगे, अपनी रणनीति बनाएंगे और फिर से जनता की सेवा के लिए तैयार होंगे।"
कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने अरविंद केजरीवाल के साथ पंजाब के विधायकों और मंत्रियों की बैठक पर कहा, "ये उनकी पार्टी है, उन्हें बैठक करनी चाहिए, लेकिन अगर वो हार के तुरंत बाद बैठक कर रहे हैं तो इसके अलग मायने हैं। वे दिल्ली हारे हैं, इसलिए उन्हें दिल्ली के नेताओं को बुलाकर मंथन करना चाहिए, लेकिन पंजाब के विधायकों को बुलाया गया है। उनके दोनों मॉडल, पंजाब और दिल्ली, फेल हो गए हैं। चर्चा ये है कि अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं, या कुछ बदलाव चाहते हैं... पंजाब की जनता उनसे तंग आ चुकी है, वे जितनी भी बैठक करें, इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला।"
दिल्ली में मंगलवार को पंजाब के नेताओं के साथ केजरीवाल की बैठक पर राजौरी गार्डन विधानसभा सीट से भाजपा के विजयी उम्मीदवार मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, "अरविंद केजरीवाल अब पंजाब का मुख्यमंत्री बनने के लिए रास्ते तलाश रहे हैं। वे दिल्ली में हारे हैं और उन्होंने पंजाब के विधायकों की बैठक बुलाई है।
वे दिखाना चाहते हैं कि भगवंत मान फेल हो गए हैं, वहां भ्रष्टाचार है, वे वहां की बहनों को 1000 रुपये नहीं दे पा रहे हैं। यह सारा दोष भगवंत मान के सिर पर मढ़ा जाएगा और विधायकों से कहलवाया जाएगा कि यहां के हालात बहुत खराब हैं, आप पंजाब को बचाइए। यह ड्रामा करने की तैयारी है... सत्ता के नशे में एक व्यक्ति क्या-क्या कर सकता है, यह शीशमहल के जरिए लोगों को दिखाया जाना चाहिए।"
कांग्रेस सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा ने पंजाब के विधायकों और मंत्रियों की अरविंद केजरीवाल से मुलाकात पर कहा "8 तारीख को चुनाव के नतीजे आए और दो दिन में हलचल मच गई है। इतनी जल्दी बैठक बुलाना उनके लिए चेतावनी का संकेत है। मैंने पहले ही कहा था कि पंजाब में मध्यावधि चुनाव होंगे।
आज की बैठक इतनी जल्दी और इतनी घबराहट में बुलाना, जब पार्टी हार जाती है, तो मंथन होता है लेकिन यह राज्य इकाई के लिए होता है, किसी दूसरे राज्य के लिए नहीं। उन्हें लग रहा है कि दिल्ली में जो हुआ वह पंजाब में भी हो सकता है। जिस तरह से उनके विधायक घबरा रहे हैं, वे आगे नहीं बढ़ पाएंगे...पंजाब की धरती को बहादुर पुरुष पसंद हैं, ऐसे डरपोक पसंद नहीं हैं... ये लोग ड्रामेबाज़ हैं, एक बात पक्की है कि पंजाब में मध्यावधि चुनाव होंगे और बहुत जल्द होंगे।"
Published on:
11 Feb 2025 01:17 pm
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