6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

CM Rekha Gupta: 1200 छात्र हॉस्टल में होने चाहिए, 3200 देख भड़कीं सीएम रेखा गुप्ता, AAP को कोसा

CM Rekha Gupta: दिल्ली के मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में 12 सौ छात्रों की क्षमता वाले हॉस्टल में 32 सौ छात्रों को देखकर सीएम रेखा गुप्ता भड़क उठीं। इस दौरान उन्होंने पूर्व सरकार की व्यवस्‍था पर हैरानी जताई।

3 min read
Google source verification
CM Rekha Gupta: 12 सौ की क्षमता में 3200 छात्र देख फूटा सीएम रेखा गुप्ता का गुस्सा, बोलीं-मैं हैरान हूं…

दिल्ली में मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज का सीएम रेखा गुप्ता ने औचक निरीक्षण किया।

CM Rekha Gupta: दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने सोमवार को मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज का औचक निरीक्षण किया। जहां हॉस्टल में क्षमता से ज्यादा छात्र देखकर वह भड़क उठीं। उन्होंने दिल्ली की पूर्व आम आदमी पार्टी सरकार पर निशाना साधा और प्रबंधन पर सवाल उठाए। इसके साथ ही उन्होंने मेडिकल कॉलेज की खस्ताहाल व्यवस्‍था पर भी नाराजगी जताई। मुख्यमंत्री ने मौके पर मीडिया से बातचीत में आम आदमी पार्टी की पूर्ववर्ती सरकार को आड़े हाथों लिया और उसे स्वास्थ्य एवं शिक्षा व्यवस्था की बदहाली का जिम्मेदार ठहराया।

हॉस्टलों में क्षमता से ज्यादा छात्रों की मौजूदगी पर जताई नाराजगी

मुख्यमंत्री गुप्ता ने कहा, "मैं कॉलेज परिसर की दयनीय स्थिति देखकर स्तब्ध हूं। छात्रों के हॉस्टल की दशा बेहद खराब है और यहां रहना विद्यार्थियों के लिए असुरक्षित भी है। यह साफ दर्शाता है कि पिछले कई वर्षों से कॉलेज और हॉस्टल के रखरखाव को पूरी तरह नजरअंदाज किया गया है।" सीएम रेखा ने कहा कि 1966 से 1990 के बीच बनाए गए सात हॉस्टलों की सामूहिक क्षमता केवल 1,200 छात्रों की है, लेकिन वर्तमान में इनमें करीब 3,200 छात्र रह रहे हैं। उन्होंने इसे "बेहद शर्मनाक" स्थिति बताया और कहा कि इतने वर्षों में न तो मरम्मत हुई और न ही किसी नवीनीकरण की योजना पर काम किया गया। उन्होंने कहा, "यह सोचकर दुख होता है कि हमारे मेडिकल छात्र इस तरह की विषम और असुरक्षित परिस्थितियों में रहने को मजबूर हैं।"

यह भी पढ़ें : एनसीआर में 6500 फॉर्म हाउस और बैंक्वेट हॉलों पर चलेगा बुलडोजर, शिक्षण संस्‍थान-धार्मिक स्‍थल भी टूटेंगे

पूर्व सरकार पर गंभीर आरोप, सुरक्षा को बताया प्रमुख मुद्दा

मुख्यमंत्री गुप्ता ने यह भी कहा कि कॉलेज परिसर में पहले भी कई अप्रिय घटनाएं घट चुकी हैं, जिनमें यौन उत्पीड़न जैसे मामले भी शामिल हैं। उन्होंने कहा, "यह अत्यंत गंभीर मामला है कि पूर्ववर्ती सरकार छात्रों को एक सुरक्षित और सुव्यवस्थित वातावरण देने में असफल रही।" मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि मौजूदा हालात को देखते हुए यह स्पष्ट है कि छात्रों की सुरक्षा से सीधे तौर पर समझौता किया गया है।

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आश्वासन दिया कि मौजूदा सरकार इस मुद्दे को प्राथमिकता पर लेगी। उन्होंने कहा कि कॉलेज की मरम्मत और सुविधाओं को सुधारने का कार्य जल्द शुरू किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने नए हॉस्टलों के निर्माण की संभावनाओं की तुरंत समीक्षा कराने की बात भी कही। सीएम रेखा गुप्ता ने कहा “हमारा लक्ष्य है कि दिल्ली के छात्र एक सुरक्षित, स्वस्थ और सम्मानजनक वातावरण में शिक्षा ग्रहण कर सकें। जल्द ही स्थिति में बड़ा सुधार देखने को मिलेगा।”

डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को दी पुष्पांजलि

दूसरी ओर सोमवार को सीएम रेखा गुप्ता ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने अपने सोशल मीडिया ‘X’ अकाउंट पर लिखा “आज दिल्ली के डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी पार्क में अपने सभी सहयोगी मंत्रीगण, सांसदगण, विधायकगण एवं समर्पित कार्यकर्ता साथियों के साथ डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके बलिदानी जीवन का स्मरण किया। मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान जी उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा जी ने की।”

सीएम रेखा गुप्ता ने आगे लिखा “यह स्थल डॉ. मुखर्जी के अदम्य साहस, असाधारण दृष्टिकोण और अखंड भारत के लिए दिए गए उनके सर्वोच्च बलिदान का प्रतीक है। उनका अमर नारा 'एक विधान, एक निशान, एक प्रधान', जो देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता के प्रति उनके अडिग समर्पण का प्रमाण है। उनका यह संघर्ष विशेष रूप से अनुच्छेद 370 के खिलाफ था। जो जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देता था। डॉ. मुखर्जी का यह मानना था कि भारतीय संविधान की समता हर राज्य पर लागू होनी चाहिए, और उन्होंने इसके लिए अपने प्राणों की आहुति दी।”

यह भी पढ़ें : दो लाख से अधिक वाहनों को 1 नवंबर से नहीं मिलेगा डीजल-पेट्रोल, दिल्ली समेत छह जिलों में नियम लागू

सीएम रेखा गुप्ता ने लिखा “इन्हीं उच्च आदर्शों को अपनाते हुए, हमारी सरकार निरंतर राष्ट्रगौरव, सुशासन और जनता की सेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को आगे बढ़ा रही है। यही उनके प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि है, और उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलकर हम भारत को एक सशक्त, समृद्ध और अखंड राष्ट्र बनाएंगे।”