
Delhi Assembly Elections 2025: दिल्ली में विधानसभा चुनाव को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। शनिवार को एक ओर जहां अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी पर बनी डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग पर रोक लगने के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया। वहीं दूसरी ओर भाजपा ने अरविंद केजरीवाल पर नामांकन पत्र में चार अहम जानकारियां छिपाने का आरोप लगाकर उनका नामांकन रद करने की मांग उठाई है। शनिवार को नई दिल्ली निर्वाचन कार्यालय में भाजपा ने अपनी आपत्तियां दर्ज कराई। हालांकि रिटर्निंग ऑफिसर ने पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) का नामांकन स्वीकार कर लिया है। इसके साथ ही भाजपा की सभी आपत्तियां खारिज कर दी गईं।
नई दिल्ली के रिटर्निंग ऑफिसर के पास भाजपा उम्मीदवार प्रवेश साहिब सिंह वर्मा की ओर से अरविंद केजरीवाल के खिलाफ आपत्ति दर्ज कराई है। इसमें उन्होंने बताया है कि आम आदमी पार्टी के संयोजक और नई दिल्ली विधानसभा सीट से उम्मीदवार अरविंद केजरीवाल ने अपने नामांकन पत्र में चार अहम जानकारियां छिपाकर दिल्ली की जनता के साथ धोखा किया है। प्रवेश वर्मा की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत में अरविंद केजरीवाल पर दर्ज चार एफआईआर की जानकारी नामांकन पत्र में नहीं देने का आरोप लगाया गया है। प्रवेश वर्मा ने अरविंद केजरीवाल पर आय के संबंध में गलत जानकारी देने, हलफनामा में एफआईआर का जिक्र ना करने और गाजियाबाद में भी वोटर लिस्ट में नाम होने का आरोप लगाया था। प्रवेश वर्मा ने रिटर्निंग ऑफिसर से की गई शिकायत में कहा था कि दिल्ली के एक मंत्री की जितनी बेसिक सैलरी प्रति माह होती है केजरीवाल ने 2019 से 2023 तक के अपनी आय में इससे कम दिखाया है।
इसके अलावा अरविंद केजरीवाल का तीन जगह लाइव वोट बताया गया है। जो नामांकन पत्र में दर्ज नहीं है। साथ ही कहा गया है कि अरविंद केजरीवाल ने जिस नंबर से एनरोल किया है। वह नंबर दिल्ली में है ही नहीं। जबकि नामांकन पत्र में अरविंद केजरीवाल पर आय भी छिपाने का आरोप है। इसलिए आपत्तियों और साक्ष्यों पर विचार के बाद अरविंद केजरीवाल का नामांकन रद करने की मांग की गई है।
नई दिल्ली से भाजपा प्रत्याशी प्रवेश साहिब सिंह वर्मा के अधिकृत प्रतिनिधि संकेत गुप्ता ने बताया "अरविंद केजरीवाल ने जो हलफनामा जमा किया है। उसमें कई अहम जानकारियां छिपाई गई हैं। अरविंद केजरीवाल ने जानबूझकर अपने हलफनामे में गलत जानकारी दी है। ताकि दिल्ली के मतदाताओं को गुमराह किया जा सके।"
भाजपा ने अपनी शिकायत में आगे बताया "चुनावी हलफनामे में अरविंद केजरीवाल ने साल 2019-20 में अपनी कुल आय 157823 लाख रुपये दिखाई है। जो लगभग 13152 हजार रुपये प्रति महीना है। इसके अलावा उन्होंने साल 2021-22 में अपनी सालाना आय 162976 लाख रुपए दिखाई है। जो 13 हजार 581 रुपये प्रति महीना है। जबकि साल 2022-23 में अरविंद केजरीवाल ने 167066 लाख रुपए अपनी सालाना इनकम बताई। जो 13 हजार 922 रुपए प्रति महीने बनती है। ऐसा संभव है क्या?"
दिल्ली की कुल 70 विधानसभा सीटों पर 17 जनवरी तक कुल 1522 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया है। शनिवार यानी 18 जनवरी को नामांकन पत्रों की जांच की जा रही है। शाम पांच बजे तक भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर अपडेट की गई जानकारी के मुताबिक 1522 में 581 का नामांकन स्वीकार कर लिया गया। जबकि 303 का रिजेक्ट किया गया है। हालांकि जांच अभी चल रही है। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए 20 जनवरी तक नामांकन वापस लिया जा सकता है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में नई दिल्ली विधानसभा सीट हाईप्रोफाइल सीट बन गई है। यहां पर आम आदमी पार्टी की ओर से दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल चुनावी मैदान में हैं। जबकि भाजपा से पूर्व सीएम साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा ने ताल ठोकी है। वहीं कांग्रेस ने भी नई दिल्ली सीट पर पूर्व सीएम शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित को चुनावी मैदान में उतारा है। शीला दीक्षित 15 साल तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रही हैं। तीनों प्रमुख पार्टियों से दिग्गज नेताओं के मैदान में होने से चुनावी मुकाबला त्रिकोणीय माना जा रहा है। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में 5 फरवरी को मतदान है। इसके बाद 8 फरवरी को चुनाव के नतीजे घोषित किए जाएंगे।
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Updated on:
18 Jan 2025 05:33 pm
Published on:
18 Jan 2025 05:12 pm
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