दिल्ली: गर्लफ्रेंड के साथ नौकरी का झांसा देकर ठगी करता था एक नाईजीरियाई, गिरफ्तार
अब तक 40 वारदातों को दे चुके हैं अंजाम
आपको बता दें कि पुलिस का कहना है कि ये बांग्लादेशी गिरोह के डकैत वारदात को अंजाम देने के बाद दिल्ली को छोड़ देते थे। कुछ समय बाद फिर लौटते थे और रेकी करते थे। रेकी करने के बाद जब उन्हें नया टारगेट मिल जाता था तो फिर घटना को अंजाम देने के लिए पूरी प्लांनिग करते थे। हालांकि इस बार आउटर जिले के स्पेशल स्टाफ ने इन डकैतों के प्लान पर पानी फेर दिया और उन्हें धर दबौचा। पुलिस ने आरोपियों के पास से 3 पिस्टल, 3 कारतूस, 15 लाख रुपए की डायमंड और सोने की जूलरी, 20 महंगे मोबाइल, वारदात में इस्तेमाल होने वाला ऑटो और हथियार बरामद किए गए हैं। बता दें कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के डीसीपी सेजू पी कुरूविला के मुताबिक, आरोपियों की पहचान निजाम उर्फ नाजिर, शेख रफीक उर्फ रोका, शेख अनवर उर्फ अक्का, शाबिद अली, जैनल उर्फ गुफरा, रियाज (सभी बांग्लादेशी) और विनोद के रूप में हुई है। उन्होंने बताया है कि ये सभी लोग जहांगीरपुरी इलाके में किराए के मकान पर नाम और पहचान बदलकर रह रहते थे। गिरफ्तारी के बाद जब आरोपियों से पूछताछ की गई तो लूट, डकैती, चोरी की 45 वारदातों का खुलासा हुआ है। ये सभी लोग पॉश इलाकों में ही वारदात को अंजाम देते थे।
आर्म्स ऐक्ट की धाराओं में मामला दर्ज
आपको बता दें कि पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक डकैत गुरुवार को दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी स्थित एक बंद पड़े फ्लैट से चोरी करके निकले थे। इससे पहले चोरी का एफआईआर डिफेंस कॉलोनी थाने में दर्ज है। ये सभी डकैत पहले घर में दावा बोलते थे फिर अलमारी में रखा कैश, डायमंड, गोल्ड की जूलरी और महंगे इलेक्ट्रॉनिक सामान लेकर निकल भागते थे। ये सभी आरोपी इलेक्ट्रॉनिक सामान को बंगाल में आसानी से बेच दिया करते थे। फिर से वापस आकर नए क्षेत्र में चोरी के वारदात को अंजाम देते थे। ये सभी आरोपी जिस क्षेत्र में वारदात को अंजाम देते थे वहां पहले रेकी करते हुए आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों की लोकेशन और गिनती रखा करते हैं। वारदात को अंजाम देने के बाद पश्चिम बंगाल और वहां से बांग्लादेश भाग जाया करते थे। फिर2 से 3 हफ्ते बाद वापस दिल्ली आ जाते थे। इन बदमाशों के खिलाफ मंगोलपुरी थाने में आर्म्स ऐक्ट की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है।