8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

कौन है भीम जोरा? जिसे दिल्ली पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया, बेंगुलुरु-गुजरात में भी फैला रखी थी दहशत

Bhim Jora Encounter: दिल्ली, गुरुग्राम, बेंगलुरु और गुजरात समेत तमाम शहरों में आतंक का पर्याय बन चुके भीम जोरा को दिल्ली पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया। कुख्यात बन चुके भीम जोरा पर लूट, डकैती, हत्या और चोरी जैसे गंभीर मामले दर्ज थे।

3 min read
Google source verification
Delhi Police killed notorious criminal Bhim Jora encounter in Delhi

दिल्ली में कुख्यात बदमाश भीम जोरा का एनकाउंटर।

Bhim Jora Encounter: दिल्ली-एनसीआर समेत बेंगलुरु और गुजरात में लंबे समय से खौफ का पर्याय बने कुख्यात अपराधी भीम बहादुर जोरा उर्फ भीम जोरा को सोमवार की आधी रात दिल्ली पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया। भीम जोरा दिल्ली, गुरुग्राम, बेंगलुरु और गुजरात में डकैती, हत्या और चोरी जैसी कई गंभीर वारदातों में वांटेड था। दिल्ली पुलिस ने उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। जानकारी के अनुसार, दिल्ली पुलिस और गुरुग्राम सेक्टर-43 क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने सोमवार रात दक्षिण दिल्ली के आस्था कुंज पार्क में भीम जोरा को घेर लिया। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि जोरा अपने एक साथी के साथ किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है।

मुठभेड़ का पूरा घटनाक्रम

क्राइम ब्रांच प्रभारी इंस्पेक्टर नरेंद्र शर्मा की अगुवाई में पुलिस टीम जैसे ही मौके पर पहुंची, भीम जोरा ने पुलिस को देखते ही अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने उसे सरेंडर करने के लिए कहा, लेकिन उसने जवाब में और गोलियां चलाईं। करीब 12:20 बजे रात तक चली मुठभेड़ में जोरा की ओर से छह राउंड फायरिंग की गई, जबकि पुलिस ने पांच राउंड जवाबी कार्रवाई की। पुलिस की जवाबी फायरिंग में भीम जोरा को गोली लगी और वह घायल होकर गिर पड़ा। उसे तुरंत एम्स ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। वहीं, मुठभेड़ में भीम जोरा की एक गोली इंस्पेक्टर नरेंद्र शर्मा के बुलेटप्रूफ जैकेट पर लगी, जिससे वे बाल-बाल बच गए।

मौके से ऑटोमेटिक पिस्टल, ताला तोड़ने वाले औजार मिले

पुलिस सूत्रों ने बताया कि मुठभेड़ के बाद मौके पर टीम को एक आधुनिक ऑटोमेटिक पिस्टल, जिंदा कारतूस और एक बैग में ताले तोड़ने के औजार बरामद किए। जोरा का साथी मौका पाकर भागने में सफल रहा, जिसकी तलाश में दिल्ली और गुरुग्राम पुलिस की कई टीमें जुटी हैं। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, दो अक्टूबर को भीम जोरा ने अपने साथी युवराज थापा के साथ मिलकर गुरुग्राम सेक्टर-49 की एक सोसाइटी ओर्किड पेटल के विला नंबर 3 में भाजपा महरौली जिला उपाध्यक्ष ममता भारद्वाज के घर में 22 लाख रुपये की चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। चोरी की योजना घर के नौकर युवराज थापा की मदद से बनाई गई थी। बाद में क्राइम ब्रांच ने युवराज को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन जोरा फरार था।

डॉक्टर की हत्या में भी था शामिल

भीम जोरा का अपराध रिकॉर्ड लंबा है। साल 2024 में उसने अपने साथियों के साथ नई दिल्ली के जंगपुरा इलाके में डॉक्टर योगेश चंद्र पॉल के घर पर डकैती की थी। वारदात के दौरान डॉक्टर की हत्या कर दी गई थी और घर से कीमती सामान लूटा गया था। इस मामले में शामिल चार आरोपी पहले ही पकड़े जा चुके हैं, लेकिन भीम जोरा तब से फरार चल रहा था। इसी हत्या के मामले में उस पर दिल्ली पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।

कौन है भीम बहादुर जोरा?

भीम बहादुर जोरा उर्फ भीम जोरा मूल रूप से नेपाल का रहने वाला था। वह करीब 20 साल पहले भारत आया और अपराधिक गतिविधियों में शामिल हो गया। भीम जोरा पर दिल्ली, गुरुग्राम, बेंगलुरु, गुजरात समेत देश के कई राज्यों में लूट, हत्या, डकैती और चोरी जैसे संगीन मामले दर्ज थे। हाल ही में उसने गुरुग्राम सेक्टर 49 की ओर्किड पेटल सोसाइटी स्थित विला नंबर तीन में महरौली भाजपा जिला उपाध्यक्ष ममता भारद्वाज के घर में करीब 22 लाख की चोरी को अंजाम दिया था। इसमें भीम जोरा की मदद एक घरेलू नौकर युवराज थापा ने की थी। पुलिस ने युवराज थापा को पकड़ा तो भीम जोरा का नाम सामने आया। इसके अलावा साल 2024 में भीम जोरा ने अपने पांच साथियों के साथ नई दिल्ली के जंगपुरा में डॉक्टर योगेश चंद्र पॉल के घर डकैती डाली इस दौरान डॉक्टर की हत्या भी कर दी थी। इस मामले में अब तक चार आरोपी गिरफ्तार हो चुके थे, जबकि भीम जोरा फरार चल रहा था।

एनसीआर में फैला था नेटवर्क

पुलिस का कहना है कि भीम जोरा नेपाल से आकर पिछले कुछ वर्षों से दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय था और उसने कई छोटे-बड़े अपराधियों का नेटवर्क बना रखा था। वह चोरी और डकैती की वारदातों को अंजाम देने के बाद फरार होकर अक्सर नेपाल चला जाता था। फिलहाल पुलिस उसके फरार साथी की तलाश में दबिशें दे रही है। बरामद हथियारों और औजारों को जांच के लिए भेज दिया गया है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि हाल के दिनों में एनसीआर में हुई अन्य चोरी या डकैती की घटनाओं में भीम जोरा की कोई भूमिका थी या नहीं।