31 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

लोन उगाही मामले में ईडी का बड़ा एक्शन: 5 करोड़ कैश, करोड़ों के हीरे-जेवरात, लग्जरी कारें बरामद

ED Raid in Delhi: दिल्ली में ईडी ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए अवैध उगाही और मनी लॉन्ड्रिंग के खेल का पर्दाफाश किया है। लोन सेटलमेंट के नाम पर करोड़ों की वसूली करने वाले आरोपी इंद्रजीत सिंह यादव और उसके करीबियों के ठिकानों पर छापेमारी की गई है।

2 min read
Google source verification
ED raid in Delhi Inderjeet Singh Yadav

ईडी ने बरामद किया 'काला खजाना' (Photo: X/ED)

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दिल्ली में अवैध लोन उगाही और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए करोड़ों रुपये का कथित काला धन बरामद किया है। 30 दिसंबर से शुरू हुई इस छापेमारी में ईडी के हाथ भारी मात्रा में नकदी, सोने-हीरे के गहने और करोड़ों रुपये की संपत्ति से जुड़े दस्तावेज लगे हैं। इस मामले में 5 लग्जरी कारें भी बरामद की गई है।

मिली जानकारी के मुताबिक, केंद्रीय जांच एजेंसी की यह कार्रवाई लोन उगाही मामले के आरोपी इंद्रजीत सिंह यादव (Inderjeet Singh Yadav) और उसके सहयोगियों के ठिकानों पर की जा रही है। दिल्ली के सर्वप्रिय विहार इलाके में जब ईडी की टीम इंद्रजीत के सहयोगी अमन कुमार के घर पहुंची, तो वहां का नजारा देखकर अधिकारी भी हैरान रह गए। तलाशी के दौरान 5.12 करोड़ रुपये नकद बरामद किए गए। इसके अलावा एक सूटकेस मिला, जिसमें सोने और हीरे के कीमती गहने रखे थे। इन गहनों की अनुमानित कीमत करीब 8.80 करोड़ रुपये बताई जा रही है।

इतना ही नहीं, ईडी को एक बैग में कई बैंकों के चेक बुक और लगभग 35 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्तियों के दस्तावेज भी मिले हैं। अधिकारियों ने बताया कि नकदी की गिनती के लिए बैंक अधिकारियों को नोट गिनने की मशीनों के साथ बुलाया गया। सभी दस्तावेजों और गहनों की गहन जांच की जा रही है।

ईडी ने इंद्रजीत सिंह यादव, उसके सहयोगियों और अपोलो ग्रीन एनर्जी लिमिटेड नामक कंपनी के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत मामला दर्ज किया है। इंद्रजीत पर निजी फाइनेंसरों के साथ मिलकर जबरन लोन वसूली, अवैध उगाही, हथियारों के दम पर डराने-धमकाने और इन गतिविधियों से कमीशन कमाने के गंभीर आरोप हैं। हरियाणा से लेकर उत्तर प्रदेश तक उसके खिलाफ करीब 15 एफआईआर दर्ज बताई जा रही हैं, जिनके आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की गई।

ईडी की कार्रवाई आज भी जारी है। अधिकारियों का कहना है कि सर्वप्रिय विहार में मिली नकदी, गहने और संपत्ति के दस्तावेज इस बात की ओर इशारा करते हैं कि अवैध उगाही से अर्जित रकम को अलग-अलग तरीकों से छिपाया गया था।

अधिकारियों का कहना है कि छापेमारी अभी भी जारी है और कई दस्तावेजों व डिजिटल डिवाइसों की जांच की जा रही है। ऐसे में आने वाले दिनों में इस मामले में और बड़े खुलासे होने की संभावना जताई है।

कौन है इंद्रजीत सिंह यादव?

मुख्य आरोपी इंद्रजीत सिंह यादव है, जो मेसर्स जेम रिकॉर्ड्स एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड (जेम्स ट्यून्स) का मालिक है। उसके खिलाफ हरियाणा और उत्तर प्रदेश में हत्या, जबरन वसूली और धोखाधड़ी, भूमि हड़पने जैसे 15 से अधिक मामले दर्ज हैं। उस पर आरोप है कि वह प्राइवेट फाइनेंसरों और कॉर्पोरेट घरानों के बीच हथियारों के दम पर जबरन लोन वसूली और अवैध सेटलमेंट करवाता था और कमीशन लेता था। वह वर्तमान में फरार है और यूएई (UAE) से काम कर रहा है और उसने ऋण निपटान के लिए एक वेबसाइट भी बनाई थी। ईडी ने उसके नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए दिल्ली, गुरुग्राम और रोहतक में दस स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया है।