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अटल बिहारी वाजपेयी ने दिखाई थी मेट्रो को झंडी, पहले यात्री थे वाजपेयी

1995 में मेट्रो रेल परियोजना की शुरुआत तत्‍कालीन प्रधानमंत्री नरसिम्‍हा राव के नेतृत्‍व में शुरू हुई थी। यह बन कर 2002 में तैयार हुआ।

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अटल बिहारी वाजपेयी ने दिखाई थी मेट्रो को झंडी, पहले यात्री थे वाजपेयी

नई दिल्ली : दिल्ली मेट्रो का आज काफी बड़ा नेटवर्क है। यह अब करीब-करीब पूरी दिल्‍ली को जोड़ती है। आज करीब 25 लाख यात्री रोज दिल्‍ली मेट्रो में सफर करते हैं। लेकिन बता दें कि श्रीधरन के नेतृत्‍व में शुरू हुए इस नेटवर्क की शुरुआत मात्र 8.2 किलोमीटर लंबे खंड से हुई थी। इस नेटवर्क का नाम रेड लाइन दिया गया था। इसका उद्धाटन तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने किया था। इन्‍होंने न सिर्फ मेट्रो का उद्धाटन किया, बल्कि लाइन में लग कर टिकट ली और मेट्रो की यात्रा भी की। वह दिल्‍ली मेट्रो के पहले यात्री थे।

श्रीधरन, शीला दीक्षित समेत कई लोग बने इस ऐतिहासिक पल के गवाह
बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने जन्‍मदिन से एक दिन पहले 24 दिसंबर 2002 को दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) के सबसे पहले कॉरिडोर का उद्घाटन किया था। इस पल के गवाह के तौर पर दिल्ली की तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, उप-प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी, केंद्रीय शहरी विकास मंत्री अनंत कुमार, डीएमआरसी के प्रमुख ई. श्रीधरन और मेट्रो के अध्यक्ष मदन लाल खुराना भी मौजूद थे। इस दिन दिल्ली का एक बड़ा सपना पूरा हुआ था जो आज दिल्‍ली वालों के लिए लाइफ लाइन बन गई है।

कश्‍मीरी गेट से सीलमपुर किया था सफर
रेड लाइन का उद्घाटन करने के बाद तत्‍कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने लाइन में लग कर मेट्रो स्टेशन पर बनी टिकट विंडो से मेट्रो का टिकट खरीदा और फिर कश्मीरी गेट से सीलमपुरी तक का सफर किया। जानकारी के मुताबिक वाजपेयी के साथ कुछ और मेहमान भी कश्मीरी गेट में ट्रेन में चढ़े थे और उनके साथ ही सीलमपुर मेट्रो स्‍टेशन पर उतरे। इसके बाद एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान उन्‍होंने आधिकारिक तौर पर मेट्रो सेवा को झंडी दिखाकर रवाना किया था।

आज दिल्‍ली वालों के लिए लाइफ लाइन बन गई है
बता दें कि आज करीब 25 लाख लोग प्रतिदिन मेट्रो की सेवा लेते हैं। मेट्रो सेवा शुरू होने के बाद दिल्ली यातायात सेवा में क्रांति आ गई। मेट्रो आम लोगों के यातायात का बेहतर और सुविधाजनक साधन बनी। लोग सड़कों पर लगने वाले जाम से बच कर समय पर गंतव्‍य तक पहुंचने लगे।

पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्‍हाराव ने शुरू की थी परियोजना
बता दें कि 1995 में भारत के तत्‍कालीन प्रधानमंत्री पामुलपति वेंकट नरसिम्हा राव और भाजपा नेता मदन लाल खुराना ने मिल कर दिल्ली मेट्रो कॉरपेशन (डीएमआरसी) का गठन किया था। इसके बाद 1998 में यह योजना धरातल पर उतरी और दिल्ली मेट्रो की पहली लाइन का काम शुरू हुआ और 2002 तक यह बन कर तैयार हो गया। इसके बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने शाहदरा से तीस हजारी के बीच मेट्रो लाइन का उद्घाटन किया था।