क्या है पूरा मामला गौरतलब है कि हाल ही में नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकारों- प्यारे लाल गर्ग और मलविंदर माली ने कश्मीर को लेकर विवादित बयान दिए थे। माली ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर कहा था कि कश्मीर एक देश है, जिसपर भारत और पाकिस्तान ने जबरन कब्जा किया है। माली के इस पोस्ट के बाद सियासी गलियारों में भूचाल आ गया। विपक्ष समेत पार्टी के कई नेता भी उनके इस बयान की जमकर आलोचना कर रहे हैं।
कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा इस मसले पर हरीश रावत ने कहा कि यह खेमों की बात नहीं है, जिसने (उन बयानों पर) आपत्ति जताई है। सिद्धू के सलाहकारों के इन बयानों से पूरी पार्टी और राज्य को भी आपत्ति है। जम्मू-कश्मीर पर पार्टी की एक लाइन है और वह यह है कि वह प्रदेश भारत का अभिन्न हिस्सा है। कश्मीर को लेकर इस तरह के बयान देने वाले किसी भी नेता को माफ नहीं किया जाएगा।
पार्टी को शर्मिंदा कर रहे ऐसे लोग जब हरीश से पूछा गया कि पार्टी इस विवाद से कैसे निपटेगी तो उन्होंने कहा कि इन सलाहकारों को पार्टी द्वारा नियुक्त नहीं किया गया था, हमने सिद्धू से उन्हें बर्खास्त करने के लिए कहा है। अगर सिद्धू ऐसा नहीं करते हैं, तो मैं करूंगा। हम ऐसे लोग नहीं चाहते जो पार्टी को शर्मिंदा करें।