निदेशक डॉ. प्रबीना राजीब ने कहा कि समृद्ध कार्यक्रम ने शुरुआती चरण के उद्यमों की अनूठी जरूरतों के अनुरूप संसाधन और अंतर्दृष्टि प्रदान करके बिमटेक को इस मिशन को आगे बढ़ाने में सक्षम बनाया है। हमारे शोधकर्ता और संकाय सक्रिय रूप से ज्ञान की नींव बनाने में योगदान करते हैं, जिसका उपयोग स्टार्टअप सूचित निर्णय लेने, अधिक प्रभावी ढंग से नवाचार करने और प्रतिस्पर्धी बाजारों में आगे रहने के लिए कर सकते हैं। सेंटर फॉर इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट की अध्यक्ष डॉ. शालिनी सिंह ने बताया कि हम स्टार्टअप्स के साथ सॉफ्ट इंफ्रास्टक्चर और को-वर्किंग स्पेस के व्यापक सहायता प्रदान कर रहे हैं। गौरतलब है कि एआईसी बिमटेक ने लगभग 400 स्टार्टअप को सफलतापूर्वक समर्थन दिया है।