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Gurugram: दिल्ली से सेट हरियाणा के गुरुग्राम स्थित एक सरकारी स्कूल में कक्षा नौ की तीन नाबालिग छात्राओं ने अपने म्यूजिक टीचर पर यौन उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगाए हैं। छात्राओं का कहना है कि संगीत शिक्षक ने न सिर्फ उनसे गलत व्यवहार किया, बल्कि देर रात उन्हें सोशल मीडिया पर मैसेज और फोन करके मिलने के लिए दबाव भी डाला। छात्राओं की शिकायत पर स्कूल प्रशासन और शिक्षा विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी है, जिसकी रिपोर्ट जल्द ही खंड शिक्षा अधिकारी (BEO) को सौंपी जाएगी।
यह पूरा मामला तब सामने आया जब स्कूल की नौवीं कक्षा की तीन छात्राओं ने शिक्षक के दुर्व्यवहार के बारे में अपने माता-पिता को बताया। छात्राओं के मुताबिक, उनका संगीत शिक्षक अक्सर देर रात उन्हें फोन करता था और आपत्तिजनक मैसेज भेजता था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि शिक्षक उन्हें धमकी देता था कि अगर वे उसके कहे अनुसार काम नहीं करेंगी या उसकी बात नहीं मानेंगी तो वह उन्हें परीक्षा में फेल कर देगा। यह धमकियां छात्राओं के लिए बेहद मानसिक तनाव का कारण बन रही थीं। छात्राओं का कहना है कि म्यूजिक टीचर उन्हें देर रात फोन कर अश्लील बातें करता है। इसके अलावा रात में ही अकेले मिलने का दबाव बनाता है। बात नहीं मानने वह म्यूजिक क्लास में उन्हें फेल करने की धमकी भी देता है।
छात्राओं के अभिभावकों ने इस गंभीर मुद्दे को तुरंत स्कूल के प्रिंसिपल के सामने उठाया। प्रिंसिपल ने तुरंत संज्ञान लेते हुए इस शिकायत को स्कूल के पॉक्सो रजिस्टर में दर्ज किया। पॉक्सो यानी प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन फ्रॉम सेक्सुअल ऑफेंस एक्ट (यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम) के तहत इस तरह के मामले दर्ज करना अनिवार्य होता है। ताकि बच्चों को ऐसे अपराधों से बचाया जा सके।
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए छात्राओं ने सीधे खंड शिक्षा अधिकारी (BEO) सुदेश राघव के समक्ष पेश होकर अपनी शिकायत दर्ज कराई। बीईओ ने तुरंत स्कूल के प्रधानाचार्य को बुलाया और इस पूरे मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी। स्कूल की आंतरिक समिति (Internal Committee) को भी इस पर गहन जांच करने का निर्देश दिया गया है। अभिभावकों ने अपनी शिकायत में यह भी बताया कि शिक्षक नशे की हालत में भी उनकी बेटियों को फोन करता था, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई।
एक अभिभावक ने बताया कि शिक्षक उनकी बेटी को लगातार आपत्तिजनक मैसेज भेज रहा था, जो कि एक घृणित और अस्वीकार्य कृत्य है। इस मामले पर जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) कैप्टन इंदु बोकन ने कहा कि छात्राओं की शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि दोषी को कड़ी से कड़ी सजा मिले। उन्होंने यह भी बताया कि इस घटना से प्रभावित हुई छात्राओं की काउंसलिंग कराई जाएगी ताकि उन्हें इस सदमे से बाहर निकलने में मदद मिल सके।
प्रधानाचार्य ने अभिभावकों को आश्वासन दिया है कि मंगलवार को बीईओ को जांच रिपोर्ट सौंप दी जाएगी। बीईओ सुदेश राघव ने भी इस मामले को बेहद संवेदनशील बताते हुए कहा है कि इसकी पूरी गंभीरता से जांच की जा रही है और किसी भी सूरत में दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। यह घटना एक बार फिर से स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा पर सवाल खड़े करती है और यह दिखाती है कि कैसे कुछ शिक्षक अपने पद का दुरुपयोग कर बच्चों की जिंदगी को खतरे में डाल सकते हैं। इस घटना ने पूरे गांव और शिक्षा विभाग में चिंता का माहौल पैदा कर दिया है।
Published on:
19 Aug 2025 03:08 pm
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