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पत्नी को सम्मोहित मानकर पति ने तांत्रिक की करवा दी हत्या, पुलिस ने किया मामले का पर्दाफाश

Noida Tantric Murder: सेंट्रल नोएडा के बिसरख थाना पुलिस ने तांत्रिक की हत्या में पांच लोगों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने पूछताछ में हत्या की पूरी साजिश का खुलासा किया है।

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नोएडा पुलिस ने तांत्रिक हत्याकांड का खुलासा किया है।

Noida Tantric Murder: सेंट्रल नोएडा की बिसरख थाना पुलिस उस समय हैरान रह गई, जब चेकिंग के दौरान बचकर भाग रहे आरोपियों ने तांत्रिक की हत्या का सनसनीखेज अपराध स्वीकार कर लिया। इसके बाद पुलिस ने पांचों लोगों को गिरफ्तार कर कड़ाई से पूछताछ शुरू कर दी। इसमें तांत्रिक हत्याकांड के पीछे का सच निकलकर आया है। बहरहाल पुलिस अब ये पता लगाने की कोशिश में जुटी है कि आरोपियों ने जिस शक के आधार पर तांत्रिक को मौत के घाट उतार दिया, उसमें कितना दम है। इसके लिए पुलिस जल्द ही उस महिला से पूछताछ करेगी। जिसके पति ने तांत्रिक की हत्या की साजिश रची थी।

पत्नी के घर छोड़कर जाने के बाद पति ने रची साजिश

दरअसल, नोएडा की बिसरख थाना पुलिस ने गुरुवार देर रात एक सनसनीखेज हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। यह मामला रोजा जलालपुर गांव के स्वयंभू तांत्रिक 40 साल के नरेश प्रजापति की हत्या से जुड़ा है, जिनका शव 2 अगस्त को बुलंदशहर जिले की एक नहर किनारे बरामद हुआ था। इस केस का मास्टरमाइंड रोजा जलालपुर निवासी प्रवीण शर्मा है। जिसने तांत्रिक पर अपनी पत्नी को ‘सम्मोहित’ करने और परिवार से दूर करने का आरोप लगाकर हत्या की साजिश रची थी।

तांत्रिक नरेश प्रजापति से पत्नी को लेकर चल रहा था विवाद

पुलिस पूछताछ के दौरान खुलासा हुआ कि प्रवीण शर्मा का तांत्रिक नरेश प्रजापति से विवाद चल रहा था। प्रवीण को लगता था कि तांत्रिक ने उसकी पत्नी को अपने वश में कर लिया है। इसके चलते उसकी पत्नी घर छोड़कर चली गई। पत्नी के जाने से परेशान प्रवीण ने अपने एक साथी सुनील कुमार के साथ तांत्रिक की हत्या की साजिश रची। सुनील ने हत्या के लिए अन्य लोगों को तैयार किया। इसके बदले उन्हें गाजियाबाद वेव सिटी में 100-100 गज के प्लॉट और लग्जरी कारें देने की बात कही गई। पुलिस ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि तांत्रिक की हत्या का मुख्य हथियार नरेश प्रजापति का तौलिया था। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान नीरज, सुनील, सौरभ कुमार, प्रवीण शर्मा और प्रवीण मावी के रूप में की है।

पुलिस ने कैसे सुलझाई हत्या की गुत्थी?

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बीते गुरुवार को चिपियाना बुज़ुर्ग क्षेत्र में बिसरख थाना पुलिस की टीम वाहनों की जांच कर रही थी। इसी बीच एक संदिग्ध स्विफ्ट डिजायर कार को टीम ने रुकने का इशारा किया, लेकिन कार सवार लोगों ने गाड़ी की स्पीड बढ़ाकर भागने की कोशिश की। इसपर पुलिस ने टीम ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया। पुलिस को अपने पीछे लगा देख चालक कार से नियंत्रण खो बैठा और कार एक डिवाइडर से टकरा गई। इसके बाद कार से उतरे बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग भी की। जवाबी कार्रवाई में नीरज और सुनील के पैरों में गोली लगी। मौके से अन्य आरोपियों को भी दबोच लिया गया।

पूछताछ में तांत्रिक की हत्या का खुलासा

पुलिस सूत्रों का कहना है कि आरोपियों से पूछताछ के दौरान तांत्रिक हत्याकांड का खुलासा हो गया। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि तांत्रिक की हत्या की योजना करीब एक महीने पहले तैयार की गई थी। जून में नीरज की मुलाकात खान उर्फ महाराज नाम के व्यक्ति से हुई थी, जिसने उसे सुनील से मिलवाया। सुनील ने नीरज को बताया कि उसका दोस्त प्रवीण शर्मा तांत्रिक प्रजापति से बेहद खफा है और उसकी हत्या करवाना चाहता है। जांच में ये भी सामने आया कि प्रवीण शर्मा ने प्रजापति को खत्म करने के बदले हत्यारों को जमीन का एक प्लॉट और एक लग्जरी कार देने का लालच दिया था। इस लालच में नीरज ने अपने दोस्त सौरभ और सौरभ के भाई को शामिल किया और बाद में सबको सुनील के ज़रिए शर्मा से मिलवाया।

24 जुलाई को मिलकर बनाया हत्या का प्लान

24 जुलाई को यह पूरा समूह नोएडा में इकट्ठा हुआ। इसके बाद वे बुलंदशहर जिले में प्रवीण मावी से मिले। जिसने उन्हें नरसेना क्षेत्र की नहर किनारे एक सुनसान जगह दिखाई। योजना थी कि हत्या के बाद शव को वहीं फेंक दिया जाएगा ताकि पुलिस को गुमराह किया जा सके। 2 अगस्त की रात नीरज, सौरभ और सौरभ के भाई ने प्रजापति को बहाने से अपने साथ बुलाया। उन्होंने तांत्रिक को यह कहकर कार में बैठाया कि एक विशेष अनुष्ठान करवाना है। सुनसान इलाके में पहुँचकर आरोपियों ने उसके ही तौलिये से गला घोंटकर हत्या कर दी और शव को बुलंदशहर की नहर किनारे फेंक दिया।

फरार आरोपी की तलाश में जुटी कई टीमें

पुलिस ने बताया कि हत्या की सूचना मिलने के बाद से लगातार खोजबीन चल रही थी। घटनास्थल से मिले सुराग और सीसीटीवी फुटेज की मदद से संदिग्धों तक पहुंचा गया। गुरुवार को हुई मुठभेड़ जैसी कार्रवाई के बाद इस पूरे गिरोह का पर्दाफाश हो सका। फिलहाल, सौरभ का भाई अभी भी फरार है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “यह मामला अंधविश्वास, व्यक्तिगत दुश्मनी और लालच का खतरनाक मिश्रण है। एक निर्दोष व्यक्ति को केवल इस आधार पर जान से मार दिया गया कि किसी ने उस पर सम्मोहन का शक जताया। यह समाज में फैले अंधविश्वास और कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती दोनों को दर्शाता है।” पुलिस का कहना है कि फरार आरोपी की गिरफ्तारी के बाद चार्जशीट दाखिल की जाएगी।