
प्रतीकात्मक फोटो ( स्रोत ( Gemini )
Drugs : यूपी विधान सभा से लेकर संसद तक में कोडीन सीरप का मामला गूंजने के बाद अब बिजनौर से बड़ी खबर है। यहं एक मेडिकल स्टोर से नार्कोटिक्स टीम ने करीब डेढ़ करोड़ रुपये कीमत के छह लाख 14 हजार टेबलेट बरामद किए हैं। यह बड़ी खेप कहां जानी थी इस पर अब जांच की जा रही है।
बिजनौर के मेडिसिन प्वाइंट मेडिकल स्टोर पर गुरुवार को बरेली सेंट्रल ब्यूरो से आई नारकोटिक्स टीम ने छापेमारी की। इस दौरान टीम को मेडिकल स्टोर से ट्रामाडोल, अल्प्राजोल और पेंटाजोसिन की छह लाख से अधिक टैबलेट और इंजेक्शन मिले। ।इन सभी को मौके पर ही जब्त कर लिया गया। इतनी बड़ी संख्या में नशीली और प्रतिबंधित दवाइयां मिलने से सनसनी फैल गई। पकड़ी गई इन दवाइयों की कीमत अवैध बाजार में करीब डेढ़ करोड़ रुपये मानी जा रही है। दवाईयों को टीम ने शहर कोतवाली पुलिस के सुपुर्द कर दिया।
टीम को यह इनपुट मिला था बिजनौर में बड़ी संख्या में प्रतिबंधित दवाईयों का जखीरा है। ये सभी वो दवाईयां हैं जिन्हे बिना किसी डॉक्टर की सलाह के बाजार में नहीं बेचा जा सकता। इस इनपुट पर सेंट्रल ब्यूरो नारकोटिक्स एसपी मनोज नरवाल अपनी टीम के साथ बिजनौर पहुंचे। यहां उन्होंने मेडिसिन प्वाइंट नाम से एक मेडिकल एजेंसी पर छापेमारी की। इस एजेंसी के प्रोपराइटर सुधाकर रस्तोगी बताए गए हैं। छापेमारी के दौरान टीम को मौके से ट्रामाडोल, अल्प्राजोल और पेंटाजोसिन के टेबलेट और इंजेक्शन बड़ी मात्रा में मिले। इस छापेमारी के दौरान पुलिस को हॉलसेल मेडिकल स्टोर से कोडीन युक्त सिरप की भी कुछ शीशी मिली हैं। टीम ने इन सभी दवाईयों को जब्त करते हुए केस प्रॉपर्टी बनाया है और कोतवाली में सारी दवाईयां रखवा दी हैं।
सेंट्रल ब्यूरो नारकोटिक्स एसपी मनोज नरवाल ने मीडिया को दिए एक बयान में बताया कि, फर्म मेडिसिन प्वाइंट के खिलाफ नारकोटिक्स की धाराओं ( Narcotics Act ) में FIR दर्ज कराई गई है। कार्यवाही चल रही है। प्राथमिक पूछताछ और पड़ताल में पता चला है कि पकड़ी गई दवाइयों का प्रयोग सही माध्यम से नहीं किया जा रहा था। इसी इनपुट के आधार पर छापेमारी की गई। सैंपलिंग के लिए दवाईयों को थाने में रखवाया गया है। कुछ और भी सुराग मिले है जिनके आधार पर टीम आगे छापेमारी का कार्य जारी रखेगी।
Updated on:
26 Dec 2025 03:14 pm
Published on:
26 Dec 2025 03:10 pm
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