
नई दिल्ली। राजस्थान के मुख्य सचिव सुधांशु पंत ने कहा कि पिछले लगभग 10 वर्षों में देश में शहरी विकास और शहरी अवसंरचना क्षेत्र पर विशेष बल दिया गया है। राजस्थान अपार संभावनाओं का राज्य है। यहां टियर-2 और टियर-3 शहर तेजी से विकसित हो रहे हैं। राजस्थान निवेश और शहरी विकास का हब बनेगा।
मुख्य सचिव ने यह बातें नारेडको का राष्ट्रीय कन्वेंशन में कही। उन्होंने कहा कि राजस्थान को उसके भौगोलिक स्थान के कारण विशिष्ट लाभ प्राप्त हैं। यह एनसीआर को मुंबई महानगरीय क्षेत्र से जोड़ता है और लगभग 40 फीसदी दिल्ली-मुंबई औद्योगिक कॉरिडोर राज्य से होकर गुजरता है। हाल ही में राज्य में 9 ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे की घोषणा की गई है, जो हमारे प्रमुख शहरों को राष्ट्रीय राजमार्गों और अन्य एक्सप्रेसवे से जोड़ेंगे। जयपुर मेट्रो का फेज-2 हाल ही में प्रारंभ हुआ है। महुआ की सलाह पर डीएमआरसी को इसमें जोड़ा है। उन्होंने कहा कि राजस्थान टाउनशिप पॉलिसी 2025, मॉडल बिल्डिंग बाइलॉज 2025 जैसी नीतियां शामिल हैं, जो उच्च एफएआर और सरल अनुमोदन प्रक्रियाएं प्रदान करती हैं। राज्य सरकार भिवाड़ी को गुरुग्राम- मानेसर का सशक्त विकल्प बनाने के लिए कार्यरत है। जयपुर में 500 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में हाई-टेक सिटी और आईटी सिटी प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार निवेश का स्वागत करती है। प्रक्रियाओं को सरल किया जा रहा है और निवेश को सुरक्षित और लाभकारी बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। नारेडको के अध्यक्ष जी. हरि बाबू ने आवास और अवसंरचना क्षेत्रों को सशक्त बनाने के लिए सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए इन्हें विकास के दोहरे इंजन बताया।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) के ग्रुप जीएम/प्लानिंग रजत गोसांई ने जानकारी दी कि एनसीआरटीसी उत्तर प्रदेश सरकार के साथ मिलकर 82 किलोमीटर लंबे मेट्रो ट्रैक (शेख सराय से मेरठ तक) के किनारे आवासीय और वाणिज्यिक परियोजनाओं के लिए ज़ोनल और क्षेत्रीय मास्टर प्लान पर काम कर रहा है।
Updated on:
30 Aug 2025 01:14 pm
Published on:
30 Aug 2025 01:13 pm
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