
दिल्ली सरकार छात्रों की प्रतिभा को उभारने के लिए स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस (SOSE) को स्थापित कर रहे हैं। इस स्कूल में पांच स्पेशलाइज्ड डोमेन में छात्रों को पढ़ाई कराई जाती है और इसमें 9वीं से 12वीं कक्षा के छात्रों की पढ़ाई होती है।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को जनकपुरी के डेसु कॉलोनी में एक और स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस का उद्घाटन किया। इस अवसर पर डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, स्थानीय विधायक राजेश ऋषि, एजुकेशन सेक्रेटरी अशोक कुमार, एजुकेशनल डायरेक्टर हिमांशु गुप्ता समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। दिल्ली सरकार के अनुसार वर्ष 2022-23 में 13 डॉ बीआर अंबेडकर स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस (एसओएसई) के लिए पांच स्कूल भवन तैयार करने की योजना है। अभी मौजूदा समय में दिल्ली सरकार द्वारा 31 एसओएसई का संचालन किया जा रहा है। जिसमें 5500 छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। 13 एसओएसई के लिए पांच स्कूल भवन के तैयार होने के बाद दिल्ली में कुल 36 स्कूल बिल्डिंग में 44 एसओएसई की संख्या हो जाएगी। इसके बाद इनमें करीब 10 बजार छात्र दाखिला ले सकेंगे। जनकपुरी में नए एसओएसई का उद्घाटन करते हुए सीएम ने कहा कि बच्चों की प्रतिभा उभारने के लिए अलग-अलग स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस बनाए जा रहे हैं। जनकपुरी की डेसु कॉलोनी के स्कूल में इंजीनियरिंग, मेडिकल, आईटी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ह्यूमेनिटीज और 21वीं सेंचुरी की हाई इंड स्कील्स - आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग, कंप्यूटर की पढ़़ाई कराई जाएगी। इन क्षेत्रों में जिन बच्चों की रूचि है, वो बच्चे यहां पर दाखिला लेंगे। 8वीं कक्षा के बाद यानि 9वीं कक्षा में दाखिला होगा। यहां 9वीं से12वीं की कक्षाएं चलेंगी। वहीं, डिप्टी सीएम ने कहा कि जनकपुरी में डॉ बीआर अंबेडकर स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस बनेगा और 1600 बच्चे प्राइवेट स्कूलों से भी अच्छी शिक्षा प्राप्त करेंगे।
एसओएसई में पांच स्पेशलाइज्ड डोमेन में होती है पढ़ाई
दिल्ली सरकार के एसओएसई में पांच स्पेशलाइज्ड डोमेन में पढ़ाई होती है। इसमें साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथेमेटिक्स (स्टेम), ह्यूमैनिटीज, परफॉर्मिंग एंड विजुअल आर्ट्स, हाई एंड 21 सेंचुरी स्किल्स और आर्म्ड फोर्सेज प्रिपरेटरी स्कूल जैसे पांच स्पेशलाइज्ड डोमेन में पढ़ाई होती है। इन स्कूलों में 9वीं कक्षा से पढ़ाई होती है। हाई एंड 21 सेंचुरी स्किल्स के एसओएसई में छात्रों इंडस्ट्री ओरिएंटेड स्किल्स के लिए शिक्षण दिया जाता है। साथ ही इनमें मास्टर क्लास, इंटर्नशिप, इंडस्ट्री पार्टनर के साथ लाइव प्रोजेक्ट भी छात्रों के लिए आयोजित किए जाते हैं। वहीं परफॉर्मिंग एंड विजुअल आर्ट एसओएसई में छात्रों अपने चुने हुए आर्ट फॉर्म में विशेषज्ञता प्राप्त कर सकते हैं। इसमें तीन आर्ट फॉर्म्स को चुनने का छात्रों को अवसर दिया जाता है। जिसमें म्यूजिक (इंडियन एंड वेस्टर्न), विजुअल आर्ट एंड फिल्म और एक्टिंग एंड मीडिया स्टडीज शामिल हैं।
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एसओएसई में पढ़ते हैं 9वीं से 12वीं कक्षा के छात्र
एसओएसई स्कूलों में 9वीं कक्षा से 12वीं कक्षा तक के लिए पढ़ाई होती है। 9वीं कक्षा में पढ़ाई के लिए कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (सीईटी) का आयोजन होता है। एसओएसई में दाखिला के लिए सिर्फ दिल्ली के छात्र आवेदन कर सकते हैं। जिसमें 50 फीसदी सीटें सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के छात्रों के लिए होती हैं। बाकि सीटें दिल्ली के किसी भी मान्यता प्राप्त स्कूल के छात्रों के लिए निर्धारित होती हैं।
नए एसओएसई में बने हैं 45 क्लास रूम
दिल्ली सरकार के अनुसार जनकपुरी के तैयार यह नया एसओएसई में करीब 8600 वर्ग मीटर में फैला है और पूरी बिल्डिंग में 112 रूम हैं। जिसमें 45 क्लास रूम हैं। स्कूल में 8 लैब्स, 1 लाइब्रेरी, एक मल्टी परपज हॉल, 13 अधिकारी और स्टाफ रूम, 26 शौचालय, 5 सीढ़ी और दो लिफ्ट मौजूद हैं। डेसु कॉलोनी में नव निर्मित स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस में इस वर्ष ह्यूमेनिटीज और 21वीं सेंचुरी की स्किल्स की विशेषज्ञता हासिल करने के लिए छात्र दाखिला ले सकते हैं। दोनों ही स्पेलाइज्ड डोमेन में 120 छात्र-छात्राएं कक्षा 9 में प्रवेश लेंगे। जब यह स्कूल पूरी तरह से तैयार हो जाएगा तब इसमें एक हजार छात्र - छात्राएं दाखिला ले सकेंगी।
पुरानी जर्जर बिल्डिंग को तोड़कर बनाई गई है नई बिल्डिंग
दिल्ली सरकार के अनुसार दिल्ली ट्रांसको लिमिटेड ने अपने तीन पुराने जर्जर स्कूल बिल्डिंग को दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय को सौंप दिया है। इसमें से एक स्कूल जनकपुरी स्थित डेसु कॉलोनी में है। जबकि अन्य दो स्कूल त्रिपोलिया और सराय काले खां में हैं। इन दोनों स्कूलों की नई बिल्डिंग बनाई जा रही और निर्माण कार्य लगभग पूरा होने वाला है। लोक निर्माण विभाग ने मई 2021 डेसु कॉलोनी में नव निर्मित स्कूल की बिल्डिंग का निर्माण कार्य शुरू किया था। लोक निर्माण विभाग ने स्कूल के जर्जर भवन को तोड़कर नए सिरे से बिल्डिंग का निर्माण कार्य शुरू किया और 17 महीने में स्कूल की नई बिल्डिंग का निर्माण किया गया। स्कूल पूरी तरह से आधुनिक सुविधाओं से लैस है और अब इस शैक्षणिक सत्र में यह स्कूल छात्रों के प्रवेश के लिए तैयार है।
Published on:
02 Feb 2023 09:47 pm
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