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Ghaziabad News: किन्नर गुरू बनने के लिए 10 हजार रुपये देकर कटवा लिया प्राइवेट पार्ट, पुलिस ने बताई कहानी

Ghaziabad News: दिल्ली-एनसीआर से सटे गाजियाबाद में एक डेयरी संचालक ने महिला से खुद ही अपना प्राइवेट पार्ट कटवाया था। इसके बदले में उसने दो महिलाओं को दस हजार रुपये भी दिए थे। पुलिस ने इसका सनसनीखेज खुलासा किया है।

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Ghaziabad News: दिल्ली-एनसीआर से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है। गाजियाबाद की वेव सिटी थाना पुलिस के अनुसार तीन मार्च को एक डेयरी संचालक के बेटे ने तीन मार्च को शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें उसने आरोप लगाया था कि एक किन्नर गुरु के कहने पर उसके चार चेलों ने उसके पिता का प्राइवेट पार्ट काट दिया। इससे पहले उसके पिता को नशीला पदार्थ पिलाया गया था। पीड़ित के बेटे ने पुलिस को जानकारी दी थी कि 48 साल के उसके पिता घटना वाली रात घर में अकेले सो रहे थे। घटना 28 फरवरी की रात की है। अब गाजियाबाद की वेव सिटी थाना पुलिस ने इसका सनसनीखेज खुलासा किया है।

गाजियाबाद पुलिस ने किया सनसनीखेज खुलासा

गाजियाबाद पुलिस के अनुसार वे‌व सिटी थानाक्षेत्र निवासी डेयरी संचालक ने किन्नरों का गुरु बनने के लिए खुद ही अपने साथियों से अपना प्राइवेट पार्ट कटवाया था। इस मामले में दो महिलाओं समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दूसरी ओर मेडिकल रिपोर्ट से डेयरी संचालक के एचआईवी पॉजिटिव होने की भी पुष्टि हुई है। फिलहाल प्राइवेट पार्ट कटने पर गंभीर रूप से घायल डेयरी संचालक का मेरठ के अजय अस्पताल में उपचार चल रहा है। पुलिस ने इस मामले में बम्हेटा निवासी जोगेंद्र उर्फ मोहिनी, दिल्ली शास्त्री पार्क निवासी तानिया खान उर्फ बंगालन और गाजियाबाद के वेव सिटी थानाक्षेत्र के मानसरोवर निवासी ब्रह्म सिंह उर्फ अजय को गिरफ्तार किया है।

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डीसीपी सुरेंद्र नाथ तिवारी ने बताया कि पुलिस पड़ताल में सामने आया कि तानिया खान उर्फ बंगालन ने ही डेयरी संचालक का ब्लेड से प्राइवेट पार्ट काटा था। इसके बाद पुलिस पूछताछ में तानिया खान ने बताया कि वेव सिटी थाना क्षेत्र में पारो नाम की एक किन्नर है। वह क्षेत्र के सभी किन्नरों की गुरु है। पारो से क्षेत्र को लेकर उनका विवाद चल रहा है। तानिया खान ने पुलिस को बताया कि क्षेत्र में अपना कब्जा जमाने के लिए उन्होंने डेयरी संचालक को अपना गुरु बनाने का फैसला किया था। डेयरी संचालक उनके साथ नाचने और ढोलक बजाने का काम करता था।

डेयरी संचालक ने दी थी प्राइवेट पार्ट काटने की सहमति

डीसीपी सुरेंद्र नाथ तिवारी के अनुसार आरोपियों ने पुलिस को बताया “चूंकि, गुप्तांग नहीं होने पर ही किन्नरों के साथ शामिल हो सकते हैं। ऐसे में हमने डेयरी संचालक को पूरी बात बताकर पहले उसकी सहमति ली। डेयरी संचालक की सहमति पर ही हम लोगों ने उसका प्राइवेट पार्ट काटने की योजना बनाई। इसके तहत हम तीनों लोग 28 फरवरी की रात डेयरी संचालक के घर पहुंचे थे। वहां डेयरी संचालक ने पहले से ही तैयारी करके रखी थी। गुप्तांग काटने के बाद डेयरी संचालक बेहोश हो गया तो हम तीनों मौके से भाग गए थे।”

प्राइवेट पार्ट कटवाने के डेयरी संचालक ने दिए 10 हजार रुपये

पुलिस पूछताछ में यह भी सामने आया है कि डेयरी संचालक ने अपना प्राइवेट पार्ट काटने के बदले महिला को 10 हजार रुपये भी दिए थे। इसमें तानिया खान उर्फ बंगालन को पांच हजार रुपये अपने भतीजे के पेटीएम से ट्रांसफर कराए। इसके साथ ही जोगेंद्र उर्फ मोहिनी के जरिये तानिया खान को पांच हजार रुपये नकद दिए। गाजियाबाद पुलिस ने बताया कि मेडिकल रिपोर्ट में डेयरी संचालक एचआईवी पॉजिटिव पाया गया है। पुलिस ने उसकी रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को भेजी है। स्वास्थ्य विभाग अब उसके परिवार का मेडिकल टेस्ट कराएगा।

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कौन है पारो? जिसके चलते हुई सनसनीखेज वारदात

गाजियाबाद पुलिस के अनुसार, पारो वेव सिटी थानाक्षेत्र के किन्नर मंडल की गुरु है। उसका तानिया खान से क्षेत्र में दबदबे को लेकर विवाद रहता है। तानिया पारो को अपना दुश्मन मानती है। तानिया ने ही वेव सिटी क्षेत्र में पारो की जगह अपना दबदबा बनाने के लिए पूरी योजना तैयारी की। इसके तहत डेरी संचालक को किन्नरों का गुरु बनाना था। डेरी संचालक किन्नरों के साथ नाचने और ढोलक बजाने का काम करता था। चूंकि किन्नरों में शामिल होने के लिए प्राइवेट पार्ट गायब होना जरूरी है। साथ ही डेयरी संचालक आसानी से किन्नरों में शामिल हो सकता था। इसके लिए उसका प्राइवेट पार्ट काटने की योजना तैयार की गई।

पारो के खिलाफ पुलिस को नहीं मिले साक्ष्य

डीसीपी सुरेंद्र नाथ तिवारी ने बताया कि तीन मार्च को पुलिस को इसकी शिकायत मिली। इसपर मामले की जांच एसीपी वेव सिटी उपासना पांडेय को सौंपी गई। उपासना पांडेय की जांच में डेयरी संचालक का प्राइवेट पार्ट काटने में पारो के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिले। जांच में पता चला कि आरोपियों ने पारो को जेल भिजवाने और डेयरी संचालक को अपना गुरु बनाने के लिए खुद ही साजिश रची। डीसीपी का कहना है कि पुलिस अभी अन्य बिंदुओं पर भी जांच कर रही है।