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Delhi: पुलिसकर्मी की ग्लॉक पिस्तौल चुराने के आरोप में ‘ठक-ठक’ गिरोह का सदस्य गिरफ्तार

Delhi:इस मामले की गंभीरता को देखते हुए मौरिस नगर थाने में तुरंत केस दर्ज किया गया और एएटीएस को भी जांच में लगाया गया। 

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Delhi Police

File Photo

Delhi: राजधानी दिल्ली में पुलिस की सतर्क कार्रवाई के बाद कुख्यात ‘ठक-ठक’ गिरोह का एक सदस्य गिरफ्तार किया गया है। आरोपी पर आरोप है कि उसने अपराध शाखा के एक पुलिस अधिकारी की कार का शीशा तोड़कर उनकी सर्विस ग्लॉक पिस्तौल चुरा ली थी। गिरफ्तार आरोपी की पहचान उत्तम नगर निवासी 29 वर्षीय अमित के रूप में हुई है। दक्षिणी दिल्ली पुलिस की एंटी-ऑटो थेफ्ट स्क्वॉड (एएटीएस) की टीम ने सोमवार देर रात उसे पकड़ा। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से चोरी की गई पिस्तौल भी बरामद कर ली है।

पुलिस के मुताबिक, अमित उत्तर और उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के इलाकों में सक्रिय ठक-ठक गिरोह का हिस्सा है। यह गिरोह कार सवार लोगों को चकमा देकर उनसे कीमती सामान उड़ाने में माहिर माना जाता है। उनके काम करने का तरीका आमतौर पर ऐसा होता है कि गिरोह का एक सदस्य वाहन चालक को यह कहकर रोकता है कि गाड़ी का टायर पंक्चर है या कहीं से पेट्रोल लीक हो रहा है। जैसे ही चालक सतर्क होकर बाहर निकलता है या खिड़की खोलता है, गिरोह का दूसरा सदस्य बैग, पर्स, मोबाइल या अन्य कीमती सामान लेकर फरार हो जाता है। कई बार यह गिरोह मौके पर शीशा तोड़कर भी सामान ले जाता है।

घटना पिछले हफ्ते गुरुवार को घटी थी, जब अपराध शाखा में तैनात सब-इंस्पेक्टर गुमान सिंह उत्तर दिल्ली के मौरिस नगर इलाके के एक रेस्टोरेंट में दोपहर का भोजन करने पहुंचे थे। उनकी निजी कार बाहर सड़क पर खड़ी थी। कुछ ही देर बाद जब वे लौटे तो उन्होंने देखा कि कार की खिड़की टूटी हुई है और अंदर रखा बैग गायब है। उस बैग में उनकी सर्विस ग्लॉक पिस्तौल, मैगजीन और कुछ अन्य जरूरी कागजात मौजूद थे।

इस मामले की गंभीरता को देखते हुए मौरिस नगर थाने में तुरंत केस दर्ज किया गया और एएटीएस को भी जांच में लगाया गया। सूत्रों के अनुसार, एएटीएस को सूचना मिली थी कि आरोपी अमित हाल ही में मदनगीर इलाके में देखा गया है। सूचना पर कार्रवाई करते हुए टीम ने वहां छापेमारी की और आरोपी को दबोच लिया। उसके पास से बरामद हथियार वही निकला जो सब-इंस्पेक्टर का सर्विस पिस्टल था।

पूछताछ में आरोपी ने माना कि उसने चोरी की थी, लेकिन उसे इस बात की जानकारी नहीं थी कि जिस गाड़ी से उसने बैग उड़ाया है, वह किसी पुलिस अधिकारी की है। न ही उसे यह पता था कि बैग में एक सर्विस गन रखी हुई है। आरोपी का इरादा इस हथियार को अवैध रूप से बेचने का था। पुलिस अब यह जांच रही है कि वह इस पिस्तौल को कहां और किसे बेचने की फिराक में था।

ठक-ठक गिरोह लंबे समय से दिल्ली पुलिस के लिए सिरदर्द बने हुए हैं। कई बार इनके सदस्य राहगीरों और वाहन चालकों को निशाना बनाकर बड़ी वारदातें कर चुके हैं। हालांकि पुलिस लगातार ऐसे गिरोह के खिलाफ अभियान चला रही है, लेकिन इनके तरीकों में बदलाव के कारण ये अक्सर पकड़ से बच जाते हैं।

इस मामले में एक और दिलचस्प पहलू यह है कि अपराध शाखा ने अपने ही अधिकारी के खिलाफ भी आंतरिक जांच शुरू की है। अधिकारियों के अनुसार, सर्विस गन को खोना एक गंभीर लापरवाही है। नियमों के अनुसार, कोई भी अधिकारी अपनी सरकारी पिस्तौल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार होता है। इस लापरवाही को देखते हुए विभागीय जांच की जाएगी और आवश्यक कार्रवाई तय की जाएगी। फिलहाल पुलिस आरोपी अमित से पूछताछ कर रही है। यह पता लगाने की कोशिश हो रही है कि इस गिरोह में उसके साथ और कौन-कौन शामिल है और वह कहां-कहां सक्रिय रहे हैं। पुलिस का कहना है कि आरोपी से मिले सुराग के आधार पर आगे और गिरफ्तारियां भी संभव हैं।