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Delhi: खतरे के निशान से ऊपर बह रही है यमुना, सभी एजेंसियां हाई अलर्ट पर, प्रभावित लोगों के लिए लगाए कैंप

यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। शनिवार को नदी का जलस्तर बढ़ा गया, 205.33 मीटर के खतरे के निशान को छू गया। शनिवार को शाम 7 बजे पुराने रेलवे ब्रिज पर नदी के पानी का स्तर 205.92 मीटर था। बढ़ते जलस्तर के बाद सभी एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। दिल्ली सरकार की तरफ से सभी संबंधित जिलाधिकारियों और उनकी जिला सेक्टर समितियों, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग, दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और दिल्ली पुलिस को हाई अलर्ट मोड पर रखा है।

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Delhi: खतरे के निशान से ऊपर बह रही है यमुना, सभी एजेंसियां हाई अलर्ट पर, प्रभावित लोगों के लिए लगाए कैंप

Delhi: खतरे के निशान से ऊपर बह रही है यमुना, सभी एजेंसियां हाई अलर्ट पर, प्रभावित लोगों के लिए लगाए कैंप

दिल्ली सरकार की तरफ से इन सभी विभागों को एक-दूसरे के साथ तालमेल बनाकर बाढ़ की स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए कहा गया है। पुलिस कर्मियों के अलावा, दिल्ली सरकार ने प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और स्थानांतरित करने के लिए सिविल डिफेन्स वालंटियर्स (सीडीवी) को तैनात किया है। यह वालंटियर्स नदी के आसपास निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को जागरूक करने के लिए भी लगातार काम कर रहे हैं।दिल्ली सरकार ने प्रभावित लोगों के लिए विशेष राहत केंद्र, कैंप स्थापित किए हैं। जिनमें इन लोगों को भोजन, आश्रय, पानी जैसी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।

एडवाइजरी हुई थी जारी, हथिनी कुंड बैराज से छोड़ा गया पानी

दिल्ली सरकार के अनुसार 11 अगस्त को हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से 2,21,781 क्यूसेक प्रति घंटे की भारी मात्रा में पानी छोड़ा गया। केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) ने इसके लिए एक एडवाइजरी जारी की थी। जिसमें कहा गया था कि पुराने रेलवे ब्रिज पर यमुना नदी में जलस्तर जल्द ही 205.65 मीटर के स्तर पर पहुंच जाएगा। हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद दिल्ली में इसके पहुंचने में लगभग 36 से 48 घंटे लगते हैं। इस एडवाइजरी के मद्देनजर एक बैठक की गई थी जिसमें सभी संबंधित डीएम, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारी और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारी उपस्थित थे। उन्हें यमुना नदी में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया गया था । उन्हें यह भी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया था कि कोई भी व्यक्ति नदी के पास न जाए।

लोगों प्रभावित क्षेत्रों से निकालने के दिए निर्देश

विभागों से दिल्ली सरकार ने कहा है कि आवश्यकता पड़ने पर लोगों को प्रभावित क्षेत्र से निकालने और आश्रय, भोजन, पानी, दवा आदि जैसी सभी आवश्यक सुविधाएं देकर सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित करने का भी निर्देश दिया गया था। दिल्ली, यूपी और हरियाणा के सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग को आपस में समन्वय के साथ काम करने को भी कहा गया था ताकि हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़ने के चरण से लेकर ओखला बैराज में गेट खोलने तक एक-दूसरे के साथ समन्वय स्थापित रहे जिससे नदी का पानी दिल्ली से सुचारू रूप से गुजर सके। साथ ही, डीएम (दक्षिण-पश्चिम) को नजफगढ़ ड्रेन में जल स्तर पर कड़ी नजर रखने और सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग के साथ समन्वय में काम करने का निर्देश दिया गया था।

यमुना के किनारों की तरफ जाने से बचें - सीएम

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में यमुना नदी के बढते जलस्तर पर सोशल मीडिया में प्रतिक्रिया देते हुए कहा दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ गया है। सभी से मेरी अपील कि नदी के किनारों की तरफ जाने से बचें। यमुना के आस-पास रहने वाले लोगों के लिए हमने पर्याप्त बंदोबस्त कर रखे हैं। सरकार और प्रशासन का सहयोग करें। हम स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं और किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा यमुना के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए संबंधित सभी एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। लोगों से अपील है कि वे नदी से दूर रहें।

37 हजार लोगों के प्रभावित होने की उम्मीद

बढ़ते जलस्तर से दिल्ली में लगभग 36,746 लोगों के प्रभावित होने की उम्मीद है। केजरीवाल सरकार पहले ही प्रभावित लोगों के लिए विशेष राहत शिविर लगा चुकी है। उत्तरी जिले में लगभग 4,449 की आबादी प्रभावित होने का अनुमान है, उत्तर पूर्व जिले में ऐसे लोगों की संख्या 6,600-8,200 के बीच है। इसी तरह मध्य और शाहदरा जिलों में ऐसी आबादी की संख्या क्रमश: लगभग 6,670 और 608 है। पूर्व और दक्षिण पूर्व जिलों में यह संख्या क्रमशः 12,739 और 4,080 तक जाने की उम्मीद है। अब तक कुल 7,720 लोगों को निकाला गया है, जिनमें से 2095 लोग उत्तर पूर्व जिले में, 5000 पूर्वी जिले में और 625 दक्षिण पूर्व जिले में थे। 15 अगस्त को मयूर विहार-1 मेट्रो स्टेशन में डीयू की छात्रा व सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा प्रभावित लोगों को खाना खिलाया जाएगा।

खाना व पानी की व्यवस्था करवाई जा रही है

दिल्ली सरकार इन लोगों को भोजन, पानी आदि उपलब्ध करा रही है और उनसे अनुरोध किया जा रहा है कि वे अपने आसपास के बाढ़ राहत शिविरों में स्थानांतरित हो जाएं। दिल्ली सरकार ने 'मुनादी' और बचाव कार्य के लिए 51 नावों को ड्यूटी पर तैनात किया है। दिल्ली के राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं और उन्होंने सभी संबंधित डीएम और उनकी सेक्टर समितियों को अलर्ट मोड पर रहने और आई एंड एफसी विभाग, पुलिस, डीजेबी, डीयूएसआईबी और अन्य हितधारकों के साथ समन्वय में प्रभावी ढंग से काम करने का निर्देश दिया है।