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घर में भूलकर भी ना रखें इन 4 देवताओं की मूर्ति, हो सकता है विनाश का कारण

घर में भूलकर भी ना रखें इन 4 देवताओं की मूर्ति, हो सकता है विनाश का कारण

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भोपाल

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Tanvi Sharma

Nov 18, 2018

ghar mandir

देवी-देवताओं की मूर्ति या प्रतिमा लगभग सभी घरों में होती है। हर घर में एक छोटा सा मंदिर होता है, लेकिन मंदिर के अलावा भी कई बार हम घरों में भगवान की प्रतिमा या मूर्ति रखते हैं। आजकल शोपीस का चलन है और शोपीस में कई लोग भगवान की मूर्तियां घर में रखते हैं लेकिन क्या आपको पता है कुछ देवताओं की मूर्तियां घर में रखना बहुत ही अशुभ माना गया है। जी हां, भगवान घर में रहने से परिवार के लोगों पर उनकी कृपा बनी रहती है किंतु पंडित रमाकांत मिश्रा जी बताते हैं की शास्त्रों के अनुसार कुछ देवताओं की मूर्तियां घर में नहीं रखनी चाहिए। इन देवताओं का घर में होने से अशुभता का कारण माने जाते हैं, आइए जानते हैं कौन-कौन से हैं वे देवता...

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनिदेव को न्याय के देवता कहा गया है लेकिन शनि क्रूर देवता भी माने जाते हैं। शनिदेव ही हमारे सभी कर्मों का फल प्रदान करते हैं, चाहे वे अच्छे कर्म हो या बुरे कर्म हो। लेकिन फइर भी क्रूर ग्रह की श्रेणी में शनिदेव होने के कारण इनकी मूर्ति घर में नहीं रखना चाहिए। यह बहुत ही अशुभ माना जाता है। इनकी पूजा घर के बाहर किसी मंदिर में ही करना चाहिए, इनकी मूर्ति घर में लाने से बचना चाहिए।

शास्त्रों के अऩुसार वैसे तो भैरव भगवान को शिव जी का ही अवतार माना गया है। लेकिन फिर भी इनकी प्रतिमा घर पर नहीं लगाई जाती है, यह बहुत अशुभ माना जाता है। मंदिरों में भैरव भगवान की मूर्ति स्थापित की जाती है वो भी खुले स्थान पर क्योंकि भैरव भगवान तंत्र के देवता कहे जाते हैं। खासतौर पर इनकी पूजा तंत्र कर्म के लिए की जाती है और तंत्र कर्म घर के बाहर ही किए जाते हैं। इसीलिए घर में भैरव महाराज की स्थापना नहीं की जाती है।

ज्योतिष के अनुसार राहु-केतु दोनों ही असुर ग्रह है। चूंकी इन्होंने देवताओं के साथ अमृत पीया था जिस कारण दोनों अमर हो गए। राहु सिर है और केतु उसका धड़। राहु ने भगवान विष्णु की भक्त की, जिससे ये भी देवताओं की श्रेणी में आ गया। क्रूर ग्रह होने के कारण इनकी मूर्तियां घर में स्थापित नहीं की जाती है। इनकी पूजा घर के बाहर ही की जाती है।

शिवजी को क्रोधित स्वरूप घर में रखने से अशांति बढ़ती है। नटराज की मूर्ति में शिवजी का रौद्र यानी क्रोधित रूप दिखाई देता है। लोग शोपीस या सुंदरता के नजरिए से शिव जी के नटराज की मूर्ति रख लेते हैं लेकिन शिव जी का यह रुप क्रोध को दर्शाता है, जो इस स्वरुप के रोज़ दर्शन करता है उसके स्वरुप में भी क्रोध बढ़ने लगता है। इसलिए नटराज की मूर्ति घर में कभी नहीं रखनी चाहिए।