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सुरक्षा खाद्य सुरक्षा योजना पोर्टल बंद, उपभोक्ता परेशानी

सूरतगढ़.खाद्य सुरक्षा योजना पोर्टल करीब डेढ़ वर्षों से बंद होने से नागरिकों को परेशानी उठानी पड़ रही है। इस वजह से परिवार में शामिल नए सदस्यों के नाम कार्ड में जुड़वाने को लेकर नागरिकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नागरिक ग्राम पंचायत, पंचायत समिति व उपखंड कार्यालय में चक्कर लगाने को मजबूर हैं। उपखंड क्षेत्र के करीब सात हजार नागरिक राशन कार्ड में नाम जुड़वाने के लिए ई-मित्र केन्द्रों के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन पोर्टल बंद होने से नाम नहीं जुड़ रहे हैं। इससे परिवार में नए जुड़े सदस्यों को राशन सामग्री से वंचित रहना पड़ रहा है। जाति,मूल निवास, आधार कार्ड बनवाने के लिए राशन कार्ड में व्यक्ति का नाम होना अनिवार्य है। ऐसे में विवाह उपरांत महिलाओं का उसी पोर्टल से पीहर के राशन कार्ड में से नाम हट गया। लेकिन ससुराल में नाम नहीं जुड़ रहा है। नायब तहसीलदार व कार्यवाहक प्रवर्तन निरीक्षक महावीर प्रसाद शर्मा ने बताया कि खाद्य सुरक्षा योजना के तहत आमजन को राहत देने का प्रयास कर रहे हैं। नाम जुड़वाने संबंधित समस्या का शीघ्र ही समाधान करेंगे।

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सूरतगढ़.खाद्य सुरक्षा योजना पोर्टल करीब डेढ़ वर्षों से बंद होने से नागरिकों को परेशानी उठानी पड़ रही है। इस वजह से परिवार में शामिल नए सदस्यों के नाम कार्ड में जुड़वाने को लेकर नागरिकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नागरिक ग्राम पंचायत, पंचायत समिति व उपखंड कार्यालय में चक्कर लगाने को मजबूर हैं। उपखंड क्षेत्र के करीब सात हजार नागरिक राशन कार्ड में नाम जुड़वाने के लिए ई-मित्र केन्द्रों के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन पोर्टल बंद होने से नाम नहीं जुड़ रहे हैं। इससे परिवार में नए जुड़े सदस्यों को राशन सामग्री से वंचित रहना पड़ रहा है। जाति,मूल निवास, आधार कार्ड बनवाने के लिए राशन कार्ड में व्यक्ति का नाम होना अनिवार्य है। ऐसे में विवाह उपरांत महिलाओं का उसी पोर्टल से पीहर के राशन कार्ड में से नाम हट गया। लेकिन ससुराल में नाम नहीं जुड़ रहा है। नायब तहसीलदार व कार्यवाहक प्रवर्तन निरीक्षक महावीर प्रसाद शर्मा ने बताया कि खाद्य सुरक्षा योजना के तहत आमजन को राहत देने का प्रयास कर रहे हैं। नाम जुड़वाने संबंधित समस्या का शीघ्र ही समाधान करेंगे।

पोर्टल बंद होने से राशन कार्ड में नहीं जुड़ रहा नाम, सैकडों लोग वंचित

बीरमाना. खाद्य सुरक्षा योजना में शामिल परिवारों के नए सदस्यों का नाम राशन कार्ड में शामिल करने के लिए पांच वर्षों से इंतजार करना पड़ रहा है। बीरमाना सहित आसपास की ग्राम पंचायतों के लोग राशन कार्ड में नाम जुड़वाने के लिए ई-मित्र केन्द्रों के चक्कर लगा रहे है। उन्हें नए सदस्य का नाम नहीं जुड़ पाने से राशन सामग्री से वंचित रहना पड़ रहा है। इसके अभाव में पात्र जनों को कई सरकारी योजनाओं का लाभ भी नहीं मिल रहा है। ग्राम सेवा सहकारी समिति में संचालित उचित मूल्य के दुकानदार गोपीराम माहर ने बताया कि राशन कार्ड में नए सदस्य का नाम जुड़वाने का पोर्टल लॉकडाउन के समय से बंद है। राज्य सरकार ने अभी तक पुराने राशनकार्ड में परिवार के किसी भी सदस्य का नाम शामिल करने की प्रक्रिया को शुरू नहीं किया है। सैंकड़ों परिवारों ने खाद्य सुरक्षा योजना में शामिल होने के लिए आवेदन किया हुआ है जो पोर्टल पर पेंङ्क्षडग है।

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पुराने राशन कार्ड में भी नहीं जुड़े नाम

कस्बे में कई सामूहिक परिवारों के कई सदस्यों की शादी को तीन वर्ष से अधिक समय बीत गया है। उनके बच्चे भी हो गए, लेकिन आज तक राशन कार्ड में दुल्हन का नाम भी नहीं जुड़ सका है। राज्य सरकार ने खाद्य सामग्री में नए नाम शामिल करने के लिए बीते वर्ष पोर्टल ओपन किया था। उस दौरान कई नए राशन कार्ड खाद्य सामग्री योजना में शामिल हो गए थे। लेकिन पुराने राशन कार्ड में नए सदस्यों के नाम नहीं जुड़ पाए हैं। राशन कार्ड से परिवार के सदस्य का नाम हटाने की व्यवस्था पूर्व की भांति चल रही है। जबकि खाद्य सुरक्षा में और नाम जोडऩे का कार्य पूर्णतया बंद है।

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पीहर से नाम हटा, ससुराल में नहीं जुड़ा

जाति व मूल निवास तथा आधार कार्ड बनवाने के लिए राशन कार्ड में व्यक्ति का नाम होना अनिवार्य है। नवविवाहित महिला का उसी पोर्टल से पीहर के राशन कार्ड में से नाम तो हट गया, लेकिन ससुराल में नाम नहीं जुड़ पा रहा है। ऐसे में योजना में पात्र जन सरकारी राशन से वंचित हैं। ग्रामीणों का कहना है कि राशन कार्ड में नाम दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू की जाए तो कई परिवारों को राहत मिल सकेगी।