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कवि व वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. मनीष झा के भारतीय ज्ञानपीठ दिल्ली से प्रकाशित गीता के दोहों और चौपाइयों पर गीत गीता ग्रंथ में किए गए काव्यानुवाद का लोकार्पण देव वृंदावन बाग मठ गोपालगंज में किया गया। गीता विमर्श का आयोजन श्यामलम ने कराया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि मप्र पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष व पूर्व मंत्री डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया ने कहा कि गीत गीता ग्रंथ समाज को आध्यात्म से जोड़ने का महत्वपूर्ण माध्यम बनेगा। गीता हमें जीवन जीने का ज्ञान देती है। डॉ. श्याम मनोहर सीरोठिया ने कहा कि किसी भी ग्रंथ का काव्यानुवाद परकाया प्रवेश करने जैसा कठिन कार्य है। डॉ. शांभवी शुक्ला ने कहा कि गीत गीता में प्रयुक्त भाषा शैली एवं उसमें प्रयुक्त विभिन्न शब्द व शोध परक विवेचना प्रस्तुत की। मंचासीन अतिथियों ने ग्रंथ गीत गीता के द्वितीय संस्करण को लोकार्पित किया। डॉ चंचला दवे, आरके तिवारी, टीआर त्रिपाठी, कपिल बैसाखिया, हरी शुक्ला, कुंदन पाराशर, डॉ. आराधना झा, मनोज तिवारी, संतोष पाठक व वर्षा तिवारी ने अतिथि स्वागत किया।
Updated on:
27 Mar 2025 07:20 pm
Published on:
27 Mar 2025 07:19 pm
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