
आने वाले तीन दिनों में बारिश की चेतावनी (प्रतिकात्मक तस्वीर)
देश में इस समय मानसून ने चारों ओर तबाही मचा रखी है। जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब जैसे क्षेत्रों में बारिश के चलते बाढ़ आ गई, जिसके चलते सैंकड़ों लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी। इसी के साथ इस मानसून के तांडव ने करोड़ो की संपत्ति को नष्ट कर दिया और लाखों परिवार बेघर और बर्बाद हो गए। लेकिन इसके बावजूद अभी भी बारिश का कहर रुकने का नाम नहीं ले रहा है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में देश के कई राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। आइए जानते है देश के किस राज्य में इस समय मौसम के क्या हालात है और आने वाले दिनों में यहां कितनी बारिश होने की संभावना है।
हिमाचल प्रदेश में 24 जुलाई से लेकर 7 अगस्त तक केवल 15 दिनों के अंदर अंदर मौसमी दुर्घटनाओं के चलते 366 लोगों की जान चली गई। जम्मू कश्मीर की बात करें तो वहां सिर्फ अगस्त में बारिश के चलते 122 लोग मरे और वहीं पंजाब में अब तक बाढ़ से 46 लोगों की जान जा चुकी है। उत्तराखंड में भी बारिश के चलते लगातार भूस्खलन, बादल फटने और बाढ़ जैसे घटनाएं हो रही है। यहां जून से अगस्त तक इन घटनाओं में लगभग 80 लोगों के मरने का अनुमान है।
पंजाब पहले से ही भारी बाढ़ की चपेट में है और इसके चलते राज्य का काफी नुकसान हो चुका है। राज्य के 23 जिले के 1996 गांव पहले से ही पानी में डूबे हुए है और राज्य की 1.75 लाख हेक्टेयर में खड़ी फसल बर्बाद हो गई है। देश के ऊपरी राज्यों में भी लगातार भारी बारिश हो रही है जिसके चलते पंजाब की रावी, सतलज और व्यास नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। एनडीआरफ, सेना, सुरक्षा बल और पंजाब पुलिस युद्ध स्तर पर राज्य में बचाव कार्य कर रही है। इसी बीच सतलुज नदी पर बने लुधियाना के ससराली बांध के टूटने का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है, वहीं इसी नदी पर बना रिंग बांध भी कमजोर होने लगा है।
गुजरात में भी लगातार हो रही बारिश से राज्य की कई नदियां उफान पर है। हाल ही सूरत जिले की किम नदी ने खतरे के निशान को पार किया था और वडोदरा की नर्मदा नदी की जलस्तर काफी बढ़ गया था। जिसके बाद अब राज्य की साबरमती नदी का भी जलस्तर तेजी से बढ़ने की खबर सामने आई है। इसके चलते अहमदाबाद रिवर फ्रंट पूरी तरह से जलमग्न हो गया है। राज्य की नदियों के तेजी से बढ़ते जलस्तर ने बाढ़ का खतरा पैदा कर दिया है। रविवार के लिए भी राज्य के कच्छ, बनासकांठा, पाटण, दमन, दादर और नगर हवेली समेत कई जिलों में रेड अलर्ट और भावनगर, बोटाद, अहमदाबाद समेत कई अन्य कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। सुरक्षा की नजर से राज्य में NDRF की 12 और SDRF की 20 टीमें भी तैनात कर दी गई है।
राजधानी दिल्ली और बाढ़ प्रभावित पंजाब के पड़ोसी राज्य हरियाणा में भी बारिश के चलते स्थिती बिगड़ी हुई है। यहां भारी बारिश के चलते नदियां उफान है जिससे फसलों को काफी नुकसान हो रहा है। आज हिसार और फरीदाबाद को छोड़कर राज्य के 20 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। यहां अगले तीन दीनों तक बारिश की संभावना बताई गई है। राजधानी दिल्ली में भी बारिश ने आम जन जिवन को पूरी तरह बाधित कर दिया है। यहां यमुना नदी लगातार खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया है। दिल्ली और एनसीआर इलाके में आज से तीन दिनों तक बारिश की संभावना जताई गई है।
बिहार में हाल ही में मानसून की रफ्तार हल्की कम हुई है, लेकिन इसके बावजूद यहां बारिश के आसार बने हुए है। मौसम विभाग ने रविवार के लिए राज्य के 20 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। बिहार के पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में भी 7, 8 और 9 सितंबर को उत्तराखंड में 7 और 9 तारीख को भारी बारिश की संभावना है। वहीं दक्षिण भारतीय राज्यों की बात की जाए तो आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से लेकर तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल तक आज और अगले दो दिन बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। राजस्थान में भी रविवार को 23 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी है, इसमें भी 13 जिलों में अत्यधिक भारी, अति भारी और भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
Updated on:
07 Sept 2025 06:54 pm
Published on:
07 Sept 2025 04:47 pm
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