– राज्यसभा सदस्य ने कहा-जीतू के आकाओं को ठीक करना चाहिए
इंदौर. गुजरात और बिहार में शराब बंदी है, लेकिन शराब पीने वालों के लिए वहां सबसे आसान व्यवस्था है। शराब की होम डिलीवरी हो जाती है। हम धार्मिक स्थलों का सम्मान करते हैं, वहां स्मैक भी नहीं बिकनी चाहिए और जुआ-सट्टा भी नहीं चलना चाहिए। भाजपा के रिश्तेदार शराब के ठेके लेते हैं, उन्हें भी इस बारे में सोचना चाहिए।
यह बात कांग्रेस से राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने कही। शुक्रवार को पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने 27 जनवरी को महू में होने वाले कांग्रेस के आयोजन की जानकारी दी। सिंह ने कहा कि यह विचारधारा की लड़ाई है। एक तरफ हमारी विचारधारा है, जो प्रेम, सद्भाव, सत्य, अहिंसा के रास्ते पर चलती है। दूसरी तरफ संघ की विचारधारा है, जो नफरत का माहौल कायम करती है। नरेंद्र मोदी और अमित शाह एक-दूसरे के पूरक हैं। शाह के बयान का कांग्रेस ने विरोध किया है। सिंह ने कहा कि इंदौर-5 विधानसभा में बाबा साहब आंबेडकर और संत रविदास की प्रतिमाएं नगर निगम ने तोड़ दीं। बाबा साहब की प्रतिमा को पैरों में रखकर ले गए। उस जमीन पर एक आश्रम में मंदिर बना है। उस पर कार्रवाई नहीं हो रही है। अवैध दुकानों पर नगर निगम का नोटिस चिपका है, लेकिन टूट नहीं रही हैं। यह भाजपा की मानसिकता है। जमीन कब्जे में कांग्रेसियों का हाथ होने के बात पर उन्होंने कहा कि नाम बता दें, हम कार्रवाई करेंगे
बिल्डर्स के हाथ में शहर
दिग्विजय ने कहा कि ये शहर बिल्डर्स के हाथ में पहुंच गया है। बिल्डर ही मास्टर प्लान बनवाते हैं, वे भाजपा के वर्कर के रूप में काम करते हैं। 400 अनुसूचित जाति-जनजाति के मकान तोड़ दिए गए। हमारी सरकार में उन लोगों को पट्टे दिए थे। कुछ बिल्डर्स की जमीन चली जाती, इसलिए मास्टर प्लान की सड़क डायवर्ट कर दी। यूनियन कार्बाइड का कचरा भोपाल में ही खत्म कर देते, उसे पीथमपुर लाने की क्या जरूरत थी। मुझे किसी ने बताया कि वह जमीन बड़ी कीमती है। उस जमीन को खाली कराना था, इसलिए यूका का कचरा यहां लाया गया। दिग्विजय ने आरोप लगाया कि मोदी भ्रष्ट अधिकारियों-कर्मचारियों को पद देकर कहते हैं कि जितना कमाओ, उसमें से भाजपा को भी हिस्सा मिलना चाहिए। पकड़े जाओ तो चिंता क्यों करते हो, हम हैं ना।
भाजपा की लड़ाई हम क्यों लड़ेंजीतू यादव पर एफआइआर नहीं होने पर उन्होंने कहा कि दोनों भाजपा नेता हैं। उनमें किस बात पर झगड़ा हुआ, सब जानते हैं। पीटने और पिटने वाले दोनों के आकाओं को ठीक करना चाहिए। ये आपस की लड़ाई है। अगर गरीब, निर्दोष पिटता तो कांग्रेस लड़ाई लडती। भाजपा की लड़ाई हम क्यों लड़ें।