7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Mission Shakti phase 5.0: शारदीय नवरात्रि में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे मिशन शक्ति-फेज 5 की शुरुआत

Mission Shakti Phase 5.0: उत्तर प्रदेश सरकार महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा, सम्मान, और सशक्तिकरण के लिए एक और महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में "मिशन शक्ति" के पांचवें चरण की शुरुआत शारदीय नवरात्रि के दौरान की जाएगी। अक्टूबर से दिसंबर तक चलने वाले इस चरण में महिलाओं और बच्चों के हितों को ध्यान में रखते हुए कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस, ऑपरेशन मुक्ति, बाल कार्निवाल, वीरांगना दिवस, और स्वावलंबन कैंप जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से प्रदेश भर में जागरूकता और लाभ पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है।

3 min read
Google source verification

लखनऊ

image

Ritesh Singh

Oct 04, 2024

Mission Shakti phase 5.0

Mission Shakti phase 5.0

Mission Shakti phase 5.0: महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से योगी आदित्यनाथ की सरकार ने 'मिशन शक्ति' के तहत एक और बड़ा कदम उठाया है। 'मिशन शक्ति' के आगामी पांचवें चरण की शुरुआत शारदीय नवरात्रि में होने वाली है, जो अक्टूबर से दिसंबर तक चलने वाले विभिन्न जागरूकता और सशक्तिकरण कार्यक्रमों की श्रृंखला होगी। इसमें बेटियों, महिलाओं और बच्चों को मुख्य केंद्र में रखा जाएगा।

महत्वपूर्ण कार्यक्रमों का आयोजन

मिशन शक्ति-फेज 5 के तहत कई बड़े कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस, ऑपरेशन मुक्ति, बाल कार्निवाल, वीरांगना दिवस और स्वावलंबन कैंप प्रमुख रूप से शामिल हैं। इन कार्यक्रमों के माध्यम से महिलाओं और बच्चों को प्रदेश में संचालित विभिन्न योजनाओं और सेवाओं के प्रति जागरूक किया जाएगा, साथ ही उन्हें योजनाओं का लाभ पहुंचाने का भी लक्ष्य रखा गया है।

यह भी पढ़ें: Maha Kumbh 2025: 15 दिन पहले श्रद्धालु खरीद सकेंगे वापसी का जनरल टिकट, जानिए रेलवे की खास योजना

अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस समारोह: 1 से 11 अक्टूबर तक

अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर 11 अक्टूबर तक एक विशेष समारोह का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान लैंगिक समानता, कन्या भ्रूण हत्या और महिलाओं के कार्यस्थल पर होने वाले लैंगिक उत्पीड़न जैसे मुद्दों पर जागरूकता फैलाने के लिए विभिन्न सेमिनार, टॉक शो और सफल महिलाओं के अनुभव साझा किए जाएंगे। इसके साथ ही आंगनबाड़ी और राजकीय बालिका गृहों में कन्या पूजन और प्रसाद वितरण भी किया जाएगा।

यह भी पढ़ें: Lucknow Airport: नेपाल जा रहे विमान की अमौसी एयरपोर्ट पर लैंडिंग: मौसम की वजह से डायवर्ट हुआ श्रीलंकन एयरलाइंस का विमान

ऑपरेशन मुक्ति: बाल विवाह और बाल श्रम के खिलाफ अभियान

21 से 31 अक्टूबर तक ऑपरेशन मुक्ति नामक एक विशेष अभियान चलाया जाएगा, जिसका उद्देश्य बाल विवाह और बाल श्रम को रोकने के लिए जागरूकता बढ़ाना और बच्चों को रेस्क्यू करना है। इस अभियान के तहत बचाए गए बच्चों को उत्तर प्रदेश बाल सेवा योजना से जोड़ा जाएगा ताकि उन्हें सही संरक्षण और भविष्य के लिए मार्गदर्शन मिल सके।

बाल कार्निवाल: 10 से 14 नवंबर तक

बाल दिवस के उपलक्ष्य में 10 से 14 नवंबर तक बाल कार्निवाल का आयोजन किया जाएगा, जिसमें बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को प्रोत्साहित करने के लिए योग और मेडिटेशन के साथ-साथ नृत्य, गायन और पेंटिंग प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इसके अलावा, महापुरुषों के जीवन पर आधारित नाटक और ड्रामा प्रस्तुत किए जाएंगे।

वीरांगना दिवस: 19 नवंबर

19 नवंबर को प्रदेश में वीरांगना दिवस मनाया जाएगा, जिसमें समाज में बदलाव की प्रेरणा देने वाली महिलाओं की कहानियों को प्रमुखता से जन-जन तक पहुंचाया जाएगा। झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के जीवन पर आधारित नुक्कड़ नाटक और स्टोरी टेलिंग सत्र का आयोजन भी होगा।

यह भी पढ़ें: Good News: एक हजार करोड़ से खरीदी जाएंगी 3108 नई बसें, परिवहन निगम की बड़ी योजना

स्वावलंबन कैंप: 30 नवंबर से

महिलाओं के स्वावलंबन को बढ़ावा देने के लिए 30 नवंबर से स्वावलंबन कैंप की शुरुआत होगी। इस कैंप में कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, निराश्रित महिला पेंशन जैसी योजनाओं का लाभ महिलाओं और बच्चों तक पहुंचाया जाएगा।

यह भी पढ़ें: Yogi Action: त्योहारों पर CM योगी की सख्ती: सुरक्षा बढ़ी, जन सुविधाओं पर विशेष ध्यान

आकस्मिक सहायता सेवाओं की जानकारी

महिलाओं और बच्चों की आकस्मिक सहायता के लिए संचालित सेवाओं जैसे 1098 चाइल्ड हेल्पलाइन, 181 महिला हेल्पलाइन, 1090 विमन पावरलाइन और 112 पुलिस सहायता को भी मिशन शक्ति के अंतर्गत जागरूकता कार्यक्रमों में शामिल किया जाएगा। इसके अलावा, वन स्टॉप क्राइसिस सेंटर जैसी सेवाओं की जानकारी भी दी जाएगी, ताकि जरूरतमंद महिलाओं और बच्चों को तत्काल सहायता मिल सके।

जिलाधिकारी के साथ संवाद कार्यक्रम: 6 दिसंबर

6 दिसंबर को जिलाधिकारी के साथ महिलाओं के यौन उत्पीड़न, घरेलू हिंसा, लैंगिक असमानता और कन्या भ्रूण हत्या जैसे मुद्दों पर एक विशेष संवाद कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें जिलाधिकारी पीड़ित महिलाओं के सुझाव सुनेंगे और उन्हें सहायता प्रदान की जाएगी।

यह भी पढ़ें: रोम की संस्कृति में पले-बढ़े 'एक्सीडेंटल हिंदू' नहीं बर्दाश्त कर पा रहे राम मंदिर: सीएम योगी का कांग्रेस पर हमला

मिशन शक्ति का यह नया चरण महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा, सम्मान और सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस अभियान का उद्देश्य न केवल जागरूकता फैलाना है बल्कि समाज को महिलाओं और बच्चों के अधिकारों के प्रति अधिक संवेदनशील बनाना भी है।

यह भी पढ़ें: UP Cabinet Meeting: फिर से खुलेंगे बंद सिनेमाघर, मल्टीप्लेक्स विहीन जनपदों में बनेगा नया सिनेमा हब

इस स्टोरी में मिशन शक्ति के विभिन्न पहलुओं को कवर किया गया है, जिसमें बच्चों और महिलाओं के सशक्तिकरण के उद्देश्य से सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर प्रकाश डाला गया है।