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छिंदवाड़ा में लगेगी गेहूं की नई किस्म, एक हैक्टेयर में मिलेगा 75 क्विंटल

कृषि अनुसंधान संस्थान की वेरायटी-एचडी-3385 को लगाने की तैयारी शुरू

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Wheat support price not available in Ujjain mandi

केवल 1700 प्रति क्विंटल के भाव ही दिए जा रहे

छिंदवाड़ा. भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान पूसा नई दिल्ली की विकसित गेंहूं की नई किस्म एचडी- 3385 का जिले में पहली बार नवाचार कर प्रदर्शन कराया जाएगा।
नई दिल्ली के कृषि वैज्ञानिक डॉ. राजबीर सिंह के अनुसार गेंहूं की इस किस्म की उत्पादकता 75 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है। जिसकी किसानों में अत्यन्त मांग है। इसके साथ ही गेंहूं की अन्य उन्नत किस्मों का उपयोग भी जिले में कराया जाएगा। उपसंचालक कृषि जितेन्द्र कुमार सिंह का कहना है कि कलेक्टर के निर्देशानुसार जिले में काबुली चना -5 का उपयोग भी पहली बार कराया जा रहा है। जिसका उन्नत बीज जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर में उपलब्ध है। कृषि वैज्ञानिकों की सलाह पर इस वर्ष इसका नवाचार भी जिले में होगा।

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सुपर सीडर से होगा मक्का का अवशेष प्रबंधन

कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में कृषि एवं कृषि सहसंबंध विभागों की समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में हुई। कलेक्टर ने रबी सीजन में उन्नत किस्मों के बीजों का नवाचार करने कहा। गेहूं की अधिक पोषक तत्व एवं अधिक उत्पादकता वाली किस्मों का बीज किसानों को देने कहा। दलहन तिलहन फसलों को प्रोत्साहित करने चना एवं सरसो फसल का उन्नत किस्मों का बीज भी देने की बात कहीं। कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों से वैज्ञानिक अनुशंसा अनुसार फसलों मे संतुलित उर्वरक एनपीके का उपयोग करने कहा। मक्का फसल के अवशेष प्रबंधन सुपर सीडर का उपयोग करने निर्देशित किया।