
Shani full impact in 2022
Shani Parivartan 2022 : साल 2022 के राजा शनि इस साल के मध्य में समस्त 12 राशि के जातकों का उनके कर्मों के आधार पर न्याय करेंगे। इनमें से मुख्य रूप से 5 राशियों को अनुचित कर्मों का दंड भी प्रदान करेंगे। पंडित एके शुक्ला के अनुसार इसके चलते इन 5 राशि के जातकों के लिए ये समय काफी परेशानी वाला रहता दिख रहा है। दरअसल जब भी कोई ग्रह जब वक्री गति करता है, तो उसका सभी राशियों पर भी पड़ता है। ऐसे में इस बार न्याय के देवता शनि ग्रह साल 2022 के मध्य से वक्री होने जा रहे हैं।
पंडित शुक्ला के अनुसार एक ओर जहां साल 2022 में 29 अप्रैल को शनि राशि परिवर्तन करेंगे वहीं इससे करीब 37 दिन बाद यानि 5 जून से वक्री हो जाएंगे। और फिर 141 दिनों तक वक्री अवस्था में रहने के पश्चात 23 अक्टूबर को पुन: मार्गी हो जाएंगे। इस तरह करीब 5 माह तक वक्री अवस्था में रहने के दौरान शनिदेव विभिन्न राशियों को दंड के विधान के तहत उनके कर्मों के आधार पर दंड व आशीर्वाद प्रदान करेंगे।
यदि इन पांच राशियों में से एक राशि आपकी भी है और आप शनि के न्याय के तहत दंड में अपने प्रति कुछ कमी चाहते हैं, तो आज से ही बताए जा रहे उपायों को करना शुरु कर दें, ये आपके भविष्य के लिए उचित रहेगा।
इन राशि वालों की बढ़ेगी परेशानी-
- मेष : शनि के वक्री होने से मेष राशि वालों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। इन 5 माह के दौरान इस राशि वालों को आर्थिक चुनौतियों का सामना करने के अलावा कार्यस्थल पर भी परेशानियों का सामना करना होगा। उचित होगा कि इस दौरान कोई भी निर्णय बिना सोच समझें न लें।
उपाय:हनुमान जी की हर रोज पूजा करें। यहां ये याद रखें की हनुमान जी भी उन्हीं की मदद करते हैं जो सच्चे ह्दय वाले होते है, और किसी का बुरा नहीं चाहते या करते हैं। हनुमान जी की पूजा के तहत सुबह कुछ भी खाने से पहले स्वच्छ होकर हनुमान चालीसा का पाठ करें, दिन में श्री राम को याद करें और सोने से पहले एक बार फिर पूर्ण रूप से स्वच्छ होकर हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- कर्क : वक्री शनि कर्क राशि के जातकों को स्वास्थ्य संबंधी समस्या दे सकते हैं। उचित होगा कि इस दौरान किसी भी प्रकार के विवाद में न पड़ें। साथ ही हर काम को पूरी ईमानदारी और लगन से करें, साथ ही किसी भी तरह की लापरवाही न बरतें। कार्यस्थल पर केवल अपने काम से ही मतलब रखें।
उपाय:हर रोज भगवान शिव की पूजा करें। किसी से धोखा या छलकपट बिलकुल न करें। सभी को समान दृष्टि से देखें। भगवान शिव की पूजा यानि शिव चालीसा का पाठ सुबह बिना कुछ खाए शुद्ध अवस्था में करें, और यही पूजा शाम के समय भी शुद्ध रह कर करें। इसके अलावा आप भगवान शिव के मंत्रों का भी जाप कर सकते हैं।
- वृश्चिक : इस समय वृश्चिक राशि वालों को अत्यंत सतर्क रहने की जरूरत है। किसी पर भी आंख मिचकर भरोसा न करें, अन्यथा लोग आपके साथ धोखा कर सकते हैं। काम को लेकर पूरी ईमानदारी रहने के अलावा सेहत के प्रति भी सतर्क बने रहें।
उपाय:हर रोज सुबह पूर्ण शुद्धता के साथ बजरंग बाण का पाठ करें, वहीं शाम के समय सोने से पहले पूर्ण शुद्धता के साथ हनुमान चालीसा पढ़ें। इसके साथ ही हर बृहस्पतिवार को रामरक्षा स्त्रोत का भी पाठ करें। शनिवार व मंगलवार हनुमान मंदिर अवश्य जाएं।
- मकर : शनि देव की बदली हुई चाल शुरू होने के पहले से ही मकर राशि के जातक वाहन चलाने को लेकर सतर्क हो जाएं। संभलकर वहान चलाने से ही दुर्घटना से बचा जा सकता हैं। इस दौरान पैसों को लेकर भी सतर्कता बरतें, अनयथा लेनदेन करने वाले आपके साथ धोखा कर सकते हैं। किसी अपने से संबंधों में खटास के चलते आपको मानसिक तनाव हो सकता है।
उपाय: हर शनिवार सुबह भगवान शिव की पूजा के साथ ही शनिदेव की भी पूजा करें। झूठ बोलना या किसी से जालसाजी करना बंद कर दें। हर मंगलवार हनुमान मंदिर में दीपक अवश्य रखें। जबकि अन्य सभी दिनों शिव चालीसा के साथ ही श्री राम की पूजा अवश्य करेंं।
- कुंभ : ये समय कुंभ राशि के जातकों के लिए कठिनाइयों से भरा रहेगा। उचित होगा कि आप वाणी पर संयम रखते हुए अपनों के साथ बेहद सौम्य और मधुर व्यवहार रखें। ये समय अचानक ही आपको आर्थिक नुकसान दे सकता है। इस समय आपको सेहत के प्रति भी खास सावधान रहना होगा।
उपाय: हर रोज बजरंग बली की पूजा अवश्य करें। साथ ही हर सोमवार भगवान शिव का अभिषेक भी करें। जबकि शनिवार को शिव चालीसा का पाठ व सुदंर कांड का पाठ अवश्य करें।
Published on:
25 Jan 2022 03:03 pm
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