रक्षाबंधन के पावन पर्व को सच्चे अर्थों में समाज और पर्यावरण के प्रति समर्पित करने की दिशा में इनरव्हील क्लब स्पार्कल खंडवा ने एक सराहनीय कदम उठाया है। क्लब की सदस्यों ने न केवल पर्यावरण के अनुकूल (इको-फ्रेंडली) राखियां बनाई हैं, बल्कि उन राखियों को सैनिक भाइयों तक पहुंचाने के लिए स्नेहभरे पत्र और सुंदर लिफाफें भी तैयार किए हैं।
भले ही दूर हो, बहनों का स्नेह साथ
इनरव्हील स्पार्कल अध्यक्ष दीपमाला पांडे ने बताया इस अभियान का उद्देश्य दोहरा रहा, एक ओर जहां बहनों ने पर्यावरण की रक्षा करते हुए राखियां बनाई, वहीं दूसरी ओर देश की सीमाओं पर तैनात वीर जवानों को यह संदेश दिया कि वें परिवार से दूर भले हों, पर देश की बहनों का स्नेह उनके साथ है। इस कार्य में मोना थापक, मोनिका शर्मा, मीरा व्यास, दुर्गा वाघमारे, पिंकी राठौर एवं समस्त सदस्यों ने सक्रिय भागीदारी निभाई।
प्राकृतिक सामग्री से बनी राखियां
सदस्यों ने प्रतियोगिता के माध्यम से प्राकृतिक और पुन: उपयोग में लाए जा सकने वाले सामग्रियों, जैसे कपड़ा, सूती धागा, बांस, सूखे फूल, कागज एवं बीजयुक्त राखियां तैयार कीं। प्रतियोगिता में रीना मिश्रा प्रथम रहीं। प्रमिला शर्मा, संगीता जैन, मनोरमा तिवारी, अनीता पाराशर, सीमा तिवारी, पिंकी दीक्षित, आशा सेंगर, संगीता सोनवाने, अन्नपूर्णा तंवर, रविंदर सलूजा ने भी सहभागिता की। यह राखियां न केवल सुंदर हैं, बल्कि मिट्टी में बोए जाने पर पौधे का रूप भी ले सकती हैं, जो पर्यावरण संरक्षण का संदेश देती हैं।