
सनातन धर्म में घर के मुख्य दरवाजे पर भगवान गणेश की प्रतिमा लगाना शुभ माना गया है। अक्सर देखा जाता है कि लोग गृह प्रवेश के पूजा-पाठ के दौरान घर के मुख्य दरवाजे पर गणेश प्रतिमा लगा देते हैं। पर ऐसा करना सही है या नहीं यह नहीं सोचते हैं। पत्रिका.कॉम इस लेख में आपको बता रहा है कि कब आपको घर के मुख्य दरवाजे पर गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करनी चाहिए और कब नहीं...
तो न लगाएं गणेशजी की प्रतिमा
वास्तु के मुताबिक यदि आपके घर का मुख्य द्वार दक्षिण या उत्तर दिशा में हो तभी आपको मुख्य द्वार पर गणेशजी की प्रतिमा लगानी चाहिए। यदि मुख्य द्वार पूर्व या पश्चिम दिशा में है, तो गणेशजी की प्रतिमा यहां नहीं लगानी चाहिए।
इस बात का भी रखें ख्याल
गणेशजी की प्रतिमा को घर में लाते वक्त यह भी ध्यान रखें कि यदि आपको प्रतिमा घर के बाहर लगानी है तो, उनकी सूंड वामवर्त होनी चाहिए। जबकि घर के अंदर लगाने वाली प्रतिमा की सूंड दक्षिणावर्त होनी चाहिए।
मुद्रा का भी रखें ध्यान
यदि आप गणपति जी की प्रतिमा घर में लगाना चाहते हैं, तो यह बैठी हुई मुद्रा में होनी चाहिए। वहीं कार्यस्थल पर खड़ी मुद्रा में गणपति भगवान की प्रतिमा स्थापित की जानी चाहिए। इससे आपके बिजनेस में स्थिरता बनी रहेगी।
मूषक और मोदक का भी रखें ध्यान
गणेश जी को मोदक और उनका वाहन मूषक भी अति प्रिय है। इसलिए ध्यान रखें कि जो प्रतिमा या चित्र आप लगा रहे हैं उसमें मोदक या लड्डू और चूहा अवश्य होना चाहिए।
इस दीवार पर न लगाएं प्रतिमा
आपको यह भी ध्यान रखना होगा कि भगवान की प्रतिमा या कोई भी चित्र ऐसी दीवार पर नहीं लगाना चाहिए जो बाथरूम से मिलती हो। ऐसा करने से मंगल दोष लगता है।
मंदिर में इस तरह रखें प्रतिमा
यदि आपके इष्ट देवता गणपति भगवान हैं तो, उनकी स्थापना मध्य में करके ईशान कोण में भगवान विष्णु, अग्निकोण में श्रीशंकर और नैऋत्य कोण में भगवान सूर्य और वायुकोण में मां दुर्गा को स्थापित करें।
Updated on:
21 Jan 2023 06:12 pm
Published on:
21 Jan 2023 06:11 pm
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