मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जांच कर इलाज का सुझाव दिया मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सोमवार को गैर संचारी रोग केंद्र पर बुजुर्गों की स्क्रीनिंग की गई। इस दौरान दो बुजुर्गों के मुख में कैंसर के लक्षण दिखे। जांच कर इलाज का सुझाव दिया गया है। रिपोर्ट के अनुसार ओएसोफैगस यानी आहार नली का कैंसर के 5 मरीज, ओरल कैंसर के 16, ब्रेस्ट कैंसर के 32 मरीज हैं। इसमें 29 नए और 35 पुराने मरीज हैं। बीते दो माह में 131 मरीजों की स्क्रीनिंग की गई है। मेडिकल कालेज के अधीक्षक डॉ रंजीत बड़ोले ने दांत रोग विभाग में मुख की स्क्रीनिंग कर लक्षण चेक किए। डॉ रंजीत ने दंत चिकित्सक डॉ सोनी ने बुजुर्ग के तीमारदारों को इलाज की समझ देकर डे-केयर यूनिट भेज दिया।
केयर यूनिट में 13 मरीजों की कीमोथेरेपी जिला अस्पताल परिसर में कैंसर क्लीनिक बनी है। डे-केयर कैंसर कीमोथेरेपी एवं पैलिएटिव केयर यूनिट में 13 मरीजों की कीमोथेरेपी हो रही है। केयर यूनिट के नोडल अधिकारी डॉ विशाल श्रीवास्तव ने बताया कि कीमोथेरेपी कराने वाले छह मरीजों की हालत ठीक है। सुधार भी हो रहा है। शेष मरीजों की हालत कमजोर है। जैसे-तैसे दवा पर चल रहे हैं। समय से इलाज शुरू होने पर कीमोथेरेपी औ दवाओं से कई मरीजों ने बीमारी से जंग जीत लिया है।
कैंसर का पता चलते ही इलाज, महिलाओं ने जीती जंग केयर यूनिट में इलाज कराने वाली कैंसर पीड़ित सुमन तिवारी 65 ब्रेस्ट कैंसर से जंग जीत लिया है। दो साल पहले ब्रेस्ट पर मामूली गठान का पता चला। जांच में तीसरे स्टेज पर ब्रेस्ट कैंसर पहुंचा था। सुमन के पति ने बताया कि जांच से पता चला। डॉ सुनील वर्मा को दिखाया। अब केयर यूनिट में डॉ विशाल श्रीवास्तव कीमोथेरेपी और दवाएं दे रहे हैं। पूरी तरह ठीक गई हैं। हर तीसरे माह फालोअप के लिए केयर यूनिट जाते हैं। इसी तरह बोरगांव की शीला महाजन को भी ब्रेस्ट कैंसर था। गठान उभरने के बाद पता चला। केयर यूनिट में इलाज शुरू किया। एक साल में ही आराम मिल गया। दोनों महिलाओं ने कहा कि कैंसर के नाम पर घबराएं नहीं, धैर्य के साथ डॉक्टर के सलाह पर इलाज लें। ठीक हो जाएगा।
घंटाघर पर पीड़ितों के मदद की दान पेटी विश्व कैंसर दिवस की पूर्व संध्या पर सोमवार की शाम दो युवकों ने कैंसर पीड़ितों की आर्थिक मदद के लिए दान पेटी लेकर शाम छह से आठ बजे रात तक खड़े रहे। अजय मिश्रा ने बताया कि अब तक वह 50 से अधिक कैंसर पीड़ितों की जन सहयोग से आर्थिक मदद की है।
वर्जन…डॉ विशाल श्रीवास्तव, नोडल अधिकारी, डे-केयर कैंसर यूनिट कैंसर के लक्षण में अचानक वजन कम होना, थकान और कजोरी, त्वचा पर बदलाव के साथ घाव और लगातार खांसी या सांस लेने में दिक्कत, पेट में दर्द या असामान्य रक्तस्राव हो तो तत्काल जांच कराएं। सामान्य जांच हर प्राथमिक केंद्र पर उपलब्ध है। गैर संचारी रोग नियंत्रण केंद्र पर जांच की जाती है। बुजुर्गों के लिए स्पेशल क्लीनिक है। कीमोथेरेपी मरीजों को दी जा रही है।
वर्जन…डॉ रंजीत बडोले, अधीक्षक, मेडिकल कॉलेज कैंसर से बचाव का सबसे अच्छा स्वयं सक्रिय रहे। संतुलित आहार लें, नियमित व्यायाम करें। समय-समय पर जांच कराएं। इसके अलावा धूम्रपान से दूर रहें। समय-समय पर स्वास्थ्य का चेकअप कराएं। ताकि कैंसर जैसी बीमारी का समय से पता चले और इलाज मिल सके।